नवीनतम लेख

आई होली सावरिया: भजन (Aae Holi Sawariya)

धूम मचाने आ जइयो आई होली सावरिया,

होली सावरिया आई होली सावरिया,

खेले सावरिया होली खेले सावरिया,

आके रंग जमा जइयो आई होली सावरिया ॥


ग्वालो की टोली संग गोपिया बुलाई है,

राधा जैसी गोरी गोरी सखियां भी आई है,

सामने तो छलिया तू आके दिखा,

आई होली सावरिया ॥


ढोल नगाड़ा और चंग बजायेंगे,

मुरली की धुन पर रास रचायेंगे,

ताल से ताल मिला ले जरा,

आई होली सावरिया ॥


मलेंगे गुलाल तेरे मारे पिचकारी,

आज न चलेगी कोई चाल तुम्हारी,

इतनी अकड़ न तो हमको दिखा,

आई होली सावरिया ॥


तेरे बिना श्याम सुनी सुनी लागे,

मोहन कौशिक और हरीश गुण गाके,

भक्तो के संग जरा नच के दिखा,

आई होली सावरिया ॥

किया तप इस कदर हुआ शिव पे असर (Kiya Tap Is kadar Hua Shiv Pe Asar)

किया तप इस कदर हुआ शिव पे असर,
तेरा भोले से गोरा विवाह हो गया,

रंग पंचमी के उपाय

रंग पंचमी हिंदू धर्म में विशेष महत्व रखती है और इसे होली के पांचवें दिन मनाया जाता है। मान्यता है कि इस दिन देवी-देवता पृथ्वी पर आकर भक्तों पर कृपा बरसाते हैं।

बृहस्पतिवार व्रत कथा और महत्व

सातों दिन में गुरुवार का दिन भगवान विष्णु और गुरु बृहस्पति को समर्पित होता है। इस दिन बृहस्पतिवार व्रत और कथा के पाठ करने का विधान है।

मासिक दुर्गाष्टमी व्रत कथा और महत्व

मासिक दुर्गाष्टमी हिंदू धर्म में अत्यंत महत्वपूर्ण व्रत और त्योहारों में से एक है। यह व्रत हर महीने शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है। मासिक दुर्गाष्टमी के दिन मां दुर्गा की विशेष पूजा और व्रत किए जाते हैं।

यह भी जाने