स्कंद षष्ठी उपाय

स्कंद षष्ठी के दिन कर लीजिए ये आसान उपाय, हर समस्या का मिलेगा समाधान!


हर माह की शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को स्कंद षष्ठी का व्रत किया जाता है। इस दिन विशेष उपाय करने से जीवन की विभिन्न समस्याओं से मुक्ति मिलती है। आइए जानते हैं कुछ प्रभावी उपाय...

स्कंद षष्ठी उपाय:


  • करियर में सफलता के लिए: भगवान कार्तिकेय को खीर का भोग लगाएं और उसे छोटे बच्चों में बाँट दें।
  • प्रेम विवाह में बाधा दूर करने के लिए: शाम को भगवान कार्तिकेय के सामने 6 घी के दीपक जलाएँ और सुबह तक जलते रहने दें।
  • इच्छा पूर्ति के लिए: चांदी की अंगूठी को गंगाजल और दूध से शुद्ध कर भगवान कार्तिकेय का ध्यान करके धारण करें।
  • वैवाहिक जीवन सुखी बनाने के लिए: दूध में केसर मिलाकर भगवान कार्तिकेय को अर्पित करें।
  • व्यवसाय में वृद्धि के लिए: मोर पंख अपने घर के मंदिर में स्थापित करें।

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तुम्हे वंदना तुम्हें वंदना (Tumhe Vandana Tumhe Vandana)

तुम्हे वंदना तुम्हें वंदना,
हे बुद्धि के दाता,

जया एकादशी व्रत नियम

प्रत्येक महीने में एकादशी दो बार आती है—एक बार कृष्ण पक्ष में और दूसरी बार शुक्ल पक्ष में। कृष्ण पक्ष की एकादशी पूर्णिमा के बाद आती है, जबकि शुक्ल पक्ष की एकादशी अमावस्या के बाद आती है।

फाल्गुन मास की पौराणिक कथा

फाल्गुन’ का महीना हिंदू पंचांग का अंतिम महीना होता है। इस मास की पूर्णिमा फाल्गुनी नक्षत्र में होती है। जिस कारण इस महीने का नाम फाल्गुन पड़ा है। इस महीने को आनंद और उल्लास का महीना भी कहा जाता है।

भोले तेरी बंजारन (Bhole Teri Banjaran)

बंजारन मैं बंजारन,
भोले तेरी बंजारन,

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