छठ मईया जी की आरती

छठ मईया की आरती


ॐ जय छठी माता,

मैया जय छठी माता, तुम संतन हितकारी, टूटे न ये नाता।।


ॐ जय छठी माता कार्तिक षष्ठी को मैया,

व्रत तेरा आता, निर्जला व्रत जो रखता, फल उत्तम पाता।।


ॐ जय छठी माता चतुर्थी के दिन पावन, नहाय खाय आता,

बाद दिवस जो आये, खरना कहलाता।।


ॐ जय छठी माता ठेकुआ, नारियल, फल से सूप भरा जाता,

डलिया माथे सजाके, घाट पे जग जाता।।


ॐ जय छठी माता संध्या को जल में खड़े हो,

अर्घ्य दिया जाता, प्रात अर्घ्य से छठ व्रत, संपन्न हो जाता।।


ॐ जय छठी माता छठी मैया की आरती जो कोई नर गाता,

मैया जो कोई जन गाता, दुःख दारिद्रय हैं मिटते, संकट टल जाता।।


ॐ जय छठी माता ॐ जय छठी माता, जय जय छठी माता,

तुम संतन हितकारी, टूटे न ये नाता।।


बोलिये छठी मैया की जय

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कभी प्यासे को पानी पिलाया नहीं (Kabhi Pyase Ko Pani Pilaya Nahi)

कभी प्यासे को पानी पिलाया नहीं, ,br> बाद अमृत पिलाने से क्या फायदा,

मार्गशीर्ष पूर्णिमा पर करें चालीसा पाठ

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हनुमान जी भगवान श्रीराम के परम भक्त हैं। इसलिए, श्रीराम की पूजा में भी हनुमान जी का विशेष महत्व है। हनुमान जी को संकटमोचन भी कहा जाता है, क्योंकि वे अपने भक्तों के सभी दुःख और कष्ट हर लेते हैं।

बड़ी देर भई, कब लोगे खबर मोरे राम (Badi Der Bhai Kab Loge Khabar More Ram)

बड़ी देर भई, बड़ी देर भई,
कब लोगे खबर मोरे राम,