श्री परशुराम जी की आरती (Shri Parshuram Ji Ki Aarti)

ॐ जय परशुधारी, स्वामी जय परशुधारी।
सुर नर मुनिजन सेवत, श्रीपति अवतारी॥


ॐ जय परशुधारी...


जमदग्नि सुत नर-सिंह, मां रेणुका जाया।
मार्तण्ड भृगु वंशज, त्रिभुवन यश छाया॥


ॐ जय परशुधारी...


कांधे सूत्र जनेऊ, गल रुद्राक्ष माला।
चरण खड़ाऊँ शोभे, तिलक त्रिपुण्ड भाला॥


ॐ जय परशुधारी...


ताम्र श्याम घन केशा, शीश जटा बांधी।
सुजन हेतु ऋतु मधुमय, दुष्ट दलन आंधी॥


ॐ जय परशुधारी...


मुख रवि तेज विराजत, रक्त वर्ण नैना।
दीन-हीन गो विप्रन, रक्षक दिन रैना॥


ॐ जय परशुधारी...


कर शोभित वर परशु, निगमागम ज्ञाता।
कंध चाप-शर वैष्णव, ब्राह्मण कुल त्राता॥


ॐ जय परशुधारी...


माता पिता तुम स्वामी, मीत सखा मेरे।
मेरी बिरद संभारो, द्वार पड़ा मैं तेरे॥


ॐ जय परशुधारी...


अजर-अमर श्री परशुराम की, आरती जो गावे।
होये शिव साखि, सुख सम्पति पावे॥


ॐ जय परशुधारी..


ॐ जय परशुधारी, स्वामी जय परशुधारी।
सुर नर मुनिजन सेवत, श्रीपति अवतारी॥



भगवान परशुराम भगवान की जय



परशुराम जी की आरती का शुभ समय और इससे होने वाले लाभ


परशुराम जी की आरती का शुभ समय:



परशुराम जी की आरती किसी भी दिन की जा सकती है, लेकिन इन दिनों में करना विशेष रूप से शुभ माना जाता है:


1. अक्षय तृतीया: अक्षय तृतीया के दिन परशुराम जी की आरती करना विशेष रूप से शुभ माना जाता है।


2. रविवार: रविवार का दिन परशुराम जी को समर्पित है, इसलिए इस दिन आरती करना विशेष रूप से शुभ माना जाता है।


3. पूर्णिमा: पूर्णिमा के दिन परशुराम जी की आरती करना शुभ माना जाता है।


4. वैशाख माह: वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि यानि परशुराम जयंती पर भी आरती करना शुभ होता है। 


इसके अलावा, आप परशुराम जी की आरती किसी भी शुभ मुहूर्त में कर सकते हैं, जैसे कि:


- सुबह सूर्योदय के समय

- शाम सूर्यास्त के समय

- रात्रि में दीपक जलाने के समय


आरती करने से पहले स्नान करें और साफ कपड़े पहनें। आरती के दौरान परशुराम जी की मूर्ति या चित्र के सामने बैठें और दीपक जलाएं। आरती के बाद, प्रसाद वितरित करें।


परशुराम जी की आरती के लाभ:


भगवान परशुराम भगवान विष्णु के छठवें अवतार हैं, इसलिए परशुराम जी की आरती से आप भगवान विष्णु की भी कृपा प्राप्त कर सकते हैं। 


1. क्रोध और अहंकार का नाश: परशुराम जी की आरती करने से क्रोध और अहंकार का नाश होता है।


2. आध्यात्मिक शक्ति की वृद्धि: परशुराम जी की आरती करने से आध्यात्मिक शक्ति में वृद्धि होती है।


3. साहस और संकल्प की वृद्धि: परशुराम जी की आरती करने से साहस और संकल्प में वृद्धि होती है।


4. जीवन में संतुलन: परशुराम जी की आरती करने से जीवन में संतुलन आता है।


5. नकारात्मकता का नाश: परशुराम जी की आरती करने से नकारात्मकता का नाश होता है।


6. सुख और समृद्धि: परशुराम जी की आरती करने से सुख और समृद्धि की प्राप्ति होती है।


7. रोगों का नाश: परशुराम जी की आरती करने से रोगों का नाश होता है।


8. मानसिक शांति: परशुराम जी की आरती करने से मानसिक शांति मिलती है।


9. आत्मविश्वास की वृद्धि: परशुराम जी की आरती करने से आत्मविश्वास में वृद्धि होती है।


10. जीवन में सफलता: परशुराम जी की आरती करने से जीवन में सफलता की प्राप्ति होती है।

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