सब रस रंग भरे है, रामायण जी में (Sab Ras Rang Bhare Hain Ramayan Ji Mein)

सब रस रंग भरे है,

रामायण जी में,

सब रस रंग भरे हैं ॥


दोहा सोरठा और चौपाई,

दोहा सोरठा और चौपाई,

रुचि रुचि छंद भरे है,

रामायण जी में,

सब रस रंग भरे हैं ॥


बाल कांड में राम जन्म है,

बाल कांड में बाल चरित है,

सिया संग ब्याह भयो है,

रामायण जी में,

सब रस रंग भरे हैं ॥


अवध कांड में संकट छायो,

अवध कांड में तड़का वध है,

प्रभु वनवास गए है,

रामायण जी में,

सब रस रंग भरे हैं ॥


अरण्य कांड में भरत मिलाप है,

अरण्य कांड में सिया हरण है,

भक्तन दरस दिये है,

रामायण जी में,

सब रस रंग भरे हैं ॥


किष्किंधा कांड में हनुमान मिलन हैं,

किष्किंधा कांड में बाली मरण हैं,

सुग्रीव मित्र भये है,

रामायण जी में,

सब रस रंग भरे हैं ॥


सुंदर कांड में है हनुमान लीला,

सुंदर कांड में लंका दहन है,

सीता जी खोज करि है,

रामायण जी में,

सब रस रंग भरे हैं ॥


लंका कांड में सत्य की जीत है,

लंका कांड में रावण मारो है,

विभीषण राजा बने है,

रामायण जी में,

सब रस रंग भरे हैं ॥


उत्तर कांड राम राजा बनें है,

उत्तरकांड रामराज आयो सुखदाई,

लव कुश जन्म भयो हैं,

रामायण जी में,

सब रस रंग भरे हैं ॥


सब रस रंग भरे है,

रामायण जी में,

सब रस रंग भरे हैं ॥

........................................................................................................
कथा कहिए भोले भण्डारी जी (Katha Kahiye Bhole Bhandari Ji)

पूछे प्यारी शैलकुमारी
कथा कहिए भोले भण्डारी जी ।

माघ पूर्णिमा व्रत विधि

हिंदू धर्म में, पूर्णिमा का विशेष महत्त्व होता है। प्रत्येक महीने में एक बार पूर्णिमा का व्रत आता है। यह माता लक्ष्मी को समर्पित होता है। इस दिन माता लक्ष्मी के साथ-साथ चंद्र देव की पूजा भी की जाती है।

जब तें रामु ब्याहि घर आए(Jab Te Ram Bhayai Ghar Aaye)

श्री गुरु चरन सरोज रज
निज मनु मुकुरु सुधारि ।

काल क्या करेगा महाकाल के आगे (Kaal Kya Karega Mahakal Ke Aage)

कर लूँगा दो-दो बात मैं,
उस काल के आगे,

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।