देकर शरण अपनी अपने में समा लेना(Dekar Sharan Apani Apne Mein Sama Lena)

बरपा है केहर भोले आकर के बचा लेना,

देकर शरण अपनी अपने में समा लेना ॥


कही धरती डोले है कही अंबर है बरसे,

तुमसे मिलने को भोले मिलने ना दे करते,

मुश्किल बड़ी राहें है रस्ता भी दिखा देना,

बरपा है केहर भोले आकर के बचा लेना,

देकर शरण अपनी अपने में समा लेना ॥


दर दर क्यों भटकु मैं कुछ मुझमे कमी होगी,

अपनी सेवक रखलो कदमो में जमीन होगी,

हलातों से लड़ लड़कर जीना भी सीखा देना,

बरपा है केहर भोले आकर के बचा लेना,

देकर शरण अपनी अपने में समा लेना ॥


जब भी पुकारू मैं तुमको तुम्हे आना ही होगा,

इतनी विनती है मेरी तुम्हे पार लगाना होगा,

जैसी हु तेरी हु चरणों में जगह देना,

बरपा है केहर भोले आकर के बचा लेना,

देकर शरण अपनी अपने में समा लेना ॥

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कुलदेवी की पूजा, जो करता है दिन रात (Kuldevi Ki Puja Jo Karta Hai Din Raat)

कुलदेवी की पूजा,
जो करता है दिन रात,

छूम छूूम छननन बाजे, मैय्या पांव पैंजनिया (Chum Chumu Channan Baje Maiya Paon Panjaniya)

छूम छूूम छननन बाजे,
मैय्या पांव पैंजनिया।

धनदालक्ष्मी स्तोत्रम्

देवी देवमुपागम्य नीलकण्ठं मम प्रियम्।
कृपया पार्वती प्राह शंकरं करुणाकरम्॥

महाशिवरात्रि मूलांक 2025

इस साल महाशिवरात्रि का पर्व 26 फरवरी को मनाया जा रहा है। इस दिन कई शुभ योगों का निर्माण हो रहा है, जिससे कुछ राशियों के ऊपर शिव जी की विशेष कृपा हो सकती है।

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