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भोले दी बरात चढ़ी, गज वज के,
बिन पानी के नाव खे रही है, माँ नसीब से ज्यादा दे रही है ॥
भोले डमरू वाले तेरा, सच्चा दरबार है,
बिहारी ब्रज में घर मेरा बसा दोगे तो क्या होगा, बसा दोगे तो क्या होगा, बसा दोगे तो क्या होगा,
भोले भोले रट ले जोगनी, शिव ही बेड़ा पार करे,
बिगड़ी मेरी बना जा, ओ शेरोवाली माँ,
शिव है दयालु, शिव है दाता शिव पालक है इस श्रिष्टि के
बिगड़ी किस्मत को बनाना, शिव भोले का काम है,
भोले भाले डमरू वाले, नंदी के असवार,
बिगड़ी बनाने वाली, कष्ट मिटाने वाली,