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भोले भोले रट ले जोगनी (Bhole Bhole Rat Le Jogani)

भोले भोले रट ले जोगनी,

शिव ही बेड़ा पार करे,

भोलेनाथ बिना ना मुक्ति मिले,

भोलेनाथ बिना ना मुक्ति मिले ॥


उसकी मुक्ति कभी ना होगी,

जो शिव का ना ध्यान धरे,

भोलेनाथ बिना ना मुक्ति मिले,

भोलेनाथ बिना ना मुक्ति मिले ॥


किया भस्म जब भस्मासुर को,

जो बल पे अभिमान करे,

भोलेनाथ बिना ना मुक्ति मिले,

भोलेनाथ बिना ना मुक्ति मिले ॥


कामदेव करे भंग तपस्या,

उसे जला के राख करे,

भोलेनाथ बिना ना मुक्ति मिले,

भोलेनाथ बिना ना मुक्ति मिले ॥


काल भी उसका कुछ ना करता,

जो शिव जी का नाम जपे,

भोलेनाथ बिना ना मुक्ति मिले,

भोलेनाथ बिना ना मुक्ति मिले ॥


भोले भोले रट ले जोगनी,

शिव ही बेड़ा पार करे,

भोलेनाथ बिना ना मुक्ति मिले,

भोलेनाथ बिना ना मुक्ति मिले ॥


मत रोवै ए धौली धौली गाँ (Mat Rove Aie Dholi Dholi Gay)

मत रोवे ऐ धौली धौली गाय,
दुनियाँ में अड़े कोई ना सुखी,

कृपा करे रघुनाथ जी, म्हने सत देवे सीता माता (Kripa Kare Raghunath Ji Mhane Sat Deve Sita Mata)

कृपा करे रघुनाथ जी,
म्हने सत देवे सीता माता,

मासिक शिवरात्रि शिव तांडव स्तोत्र

वैदिक ज्योतिष में मासिक शिवरात्रि और प्रदोष व्रत को भगवान शिव की कृपा पाने का विशेष अवसर माना गया है। इस दिन भक्त अपने-अपने तरीके से भोलेनाथ की पूजा-अर्चना करते हैं और शिवजी को प्रसन्न करने के लिए व्रत भी रखते हैं।

कितने दिनों के बाद है आई, भक्तो रात (Kitne Dino Ke Baad Hai Aayi Bhakto Raat)

कितने दिनों के बाद है आई,
भक्तो रात भजन की,

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