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गणपति के चरणो में, ध्यान लगा ले रे (Ganpati Ke Charno Mein Dhyan Laga Le Re)

गणपति के चरणों में,

ध्यान लगा ले रे,

रिद्धि और सिद्धि,

तुझे सब मिल जाए रे,

गणपति के चरणो में,

ध्यान लगा ले रे ॥


प्रथम पूज्य तुम हो देवा,

करूँ नित्य तेरी सेवा,

मोदक भोग लगाना है,

बप्पा तुम्हे मनाना है,

नाचे और झूमे,

और तुम्हे मनाए रे,

गणपति के चरणो में,

ध्यान लगा ले रे ॥


उत्सव तेरा मनाना है,

अपने घर में लाना है,

फूलो और कलियों से,

मंदिर तेरा सजाना है,

ढोलक और छेणा,

मृदंग बजाए रे,

गणपति के चरणो में,

ध्यान लगा ले रे ॥


गौरा माँ के प्यारे है,

शिव के राज दुलारे है,

इस कलयुग में भक्तो के,

ये ही सच्चे सहारे है,

भव में हो नैया,

यही पार लगाए रे,

गणपति के चरणो में,

ध्यान लगा ले रे ॥


इनकी शरण में आओगे,

सुख सम्रद्धि पाओगे,

भव सागर से तरना है,

इनका दर्शन करना है,

ज़िन्दगी में तेरे,

खुशियाँ भर जाए रे,

गणपति के चरणो में,

ध्यान लगा ले रे ॥


गणपति के चरणों में,

ध्यान लगा ले रे,

रिद्धि और सिद्धि,

तुझे सब मिल जाए रे,

गणपति के चरणो में,

ध्यान लगा ले रे ॥

मै चाहूं सदा दर तेरे आना (Main Chahu Sada Dar Tere Aana)

मैं चाहूँ सदा दर तेरे आना,
तू यूँ ही बुलाना दातिए,

लोरी सुनाए गौरा मैया(Lori Sunaye Gaura Maiya)

लोरी सुनाए गौरा मैया,
झूला झूले गजानंद,

1 से 7 अप्रैल 2025 व्रत/त्योहार

अंग्रेजी कैलेंडर के हिसाब से अप्रैल साल का चौथा महीना होता है। अप्रैल का पहला हफ्ता विभिन्न त्योहारों और उत्सवों से भरा हुआ है। इस हफ्ते में कई महत्वपूर्ण त्योहार पड़ेंगे।

कौन थे भीष्म के 7 भाई?

भीष्म पितामह गंगा और महाराज शांतनु के आठवें पुत्र थे। गंगा ने अपने पहले सात पुत्रों को जन्म लेते ही नदी में प्रवाहित कर दिया था। इसके पीछे एक पौराणिक कथा जुड़ी हुई है।

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