नवीनतम लेख

भगवान बुद्ध वन्दना (Bhagwan Buddha Vandana)

बुद्ध वन्दना

नमो तस्स भगवतो अरहतो सम्मा सम्बुद्धस्स ।

नमो तस्स भगवतो अरहतो सम्मा सम्बुद्धस्स ।

नमो तस्स भगवतो अरहतो सम्मा सम्बुद्धस्स ।


त्रिशरण

बुद्धं शरणं गच्छामि ।

धर्मं शरणं गच्छामि ।

संघं शरणं गच्छामि ।


दुतियम्पि बुद्धं सरणं गच्छामि ।

दुतियम्पि धम्म सरणं गच्छामि ।

दुतियम्पि संघ सरणं गच्छामि ।

ततियम्पि बुद्धं सरणं गच्छामि ।

ततियम्पि धम्म सरणं गच्छामि ।

ततियम्पि संघ सरणं गच्छामि ।


पंचशील

1. पाणतिपाता वेरमणी सिक्खापदं समादियामि ।

2. अदिन्नादाना वेरमणी सिक्खापदं समादियामि ।

3. कामेसु मिच्छाचारा वेरमणी सिक्खापदं समादियामि ।

4. मुसावादा वेरमणी सिक्खापदं समादियामि ।

5. सुरा-मेरय-मज्ज-पमादट्ठानावेरमणी सिक्खापदं समादियामि ।

॥ भवतु सर्व मंगलं ॥


साधू साधू साधू॥

राम सिया राम, कौशल्या, दशरथ के नंदन - भजन (Ram Siya Ram, Kaushalya Dashrath Ke Nandan)

कौशल्या, दशरथ के नंदन
राम ललाट पे शोभित चन्दन

भानु सप्तमी पर सूर्यदेव को क्या चढ़ाएं

हिंदू धर्म में भानु सप्तमी का व्रत विशेष रूप से सूर्यदेव को समर्पित है। यह दिन सूर्यदेव की पूजा-अर्चना करने के लिए विशेष माना जाता है।

मार्गशीर्ष पूर्णिमा पर करें चालीसा पाठ

मार्गशीर्ष पूर्णिमा इस वर्ष 15 दिसंबर को मनाई जा रही है। यह पर्व हिन्दू धर्म में लक्ष्मीनारायण की पूजा का एक पवित्र और शुभ अवसर है।

श्री लक्ष्मीनृसिंह स्तोत्रम्

श्रीमत्पयोनिधिनिकेतन चक्रपाणेभोगीन्द्रभोगमणिरञ्जितपुण्यमूर्ते।

यह भी जाने