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भारत माता तेरा आँचल (Bharat Mata Tera Aanchal)

भारत माता तेरा आँचल,

हरा-भरा धानी-धानी ।

मीठा-मीठा चम्-चम करता,

तेरी नदियों का पानी ।


हरी हो गयी बंजर धरती,

नाचे झरनो में बिजली ।

सोना-चांदी उगल रही है,

तेरी नदियों का पानी ।


भारत माता तेरा आँचल,

हरा-भरा धानी-धानी ।

मीठा-मीठा चम्-चम करता,

तेरी नदियों का पानी ।


मस्त हवा जब लहराती है,

दूर-दूर तक पहुंचाती है ।

तेरे ऊँचे-ऊँचे पर्वत,

निडर बहादुर सेनानी ।


भारत माता तेरा आँचल,

हरा-भरा धानी-धानी ।

मीठा-मीठा चम्-चम करता,

तेरी नदियों का पानी ।

चलो शिव शंकर के मंदिर में भक्तो (Chalo Shiv Shankar Ke Mandir Me Bhakto)

लिया नाम जिसने भी शिवजी का मन से,
उसे भोले शंकर ने अपना बनाया ।

हे शिव भोले मुझ पर, दो ऐसा रंग चढ़ाय(Hey Shiv Bhole mMujhpar Do Aisa Rang Chadaye)

हे शिव भोले मुझ पर,
दो ऐसा रंग चढ़ाय,

अमृत बेला गया आलसी सो रहा बन आभागा (Amrit Bela Geya Aalasi So Raha Ban Aabhaga)

बेला अमृत गया,
आलसी सो रहा बन आभागा,

ओढ़ो जी ओढ़ो दादी, म्हारी भी चुनरिया (Odhoji Odho Dadi Mhari Bhi Chunariya)

ओढ़ो जी ओढ़ो दादी,
म्हारी भी चुनरिया,

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