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गजानंद आँगन आया जी(Gajanand Aangan Aaya Ji )

म्हारा माँ गौरी का लाल,

गजानंद आंगन आया जी,

आँगन आया जी गजानंद,

आंगन आया जी,

म्हारा माँ गौरी का लाल,

गजानन्द आँगन आया जी ॥

पान चड़ाऊ फूल चड़ाऊ,

और चड़ाऊ मेवा जी,

लडूवन का तो भोग लगाऊं,

श्री गणराया जी,

म्हारा माँ गौरी का लाल,

गजानन्द आँगन आया जी ॥


रिद्धि मनाऊं सिद्धि मनाऊं,

और मनाऊं माँ गौरा जी,

शिव शंकर का ध्यान लगाऊं,

प्रथमे ध्यावा जी,

म्हारा माँ गौरी का लाल,

गजानन्द आँगन आया जी ॥


द्वार सजावा कलश सजावा,

बंदनवार लगावां जी,

धूप दीप और करा आरती,

मंगल गावां जी,

म्हारा माँ गौरी का लाल,

गजानन्द आंगन आया जी ॥


म्हारा माँ गौरी का लाल,

गजानंद आँगन आया जी,

आंगन आया जी गजानंद,

आंगन आया जी,

म्हारा माँ गौरी का लाल,

गजानन्द आँगन आया जी ॥


भरी उनकी आँखों में है, कितनी करुणा (Bhari Unki Ankho Mein Hai Kitni Karuna)

भरी उनकी आँखों में है, कितनी करुणा
जाकर सुदामा भिखारी से पूछो

मौनी अमावस्या पर करें पितृ चालीसा पाठ

माघ माह की अमावस्या का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है। इस दिन लोग पूजा-अर्चना और पितरों की पूजा में भाग लेते हैं। मौनी अमावस्या के दिन पवित्र नदियों में स्नान करने से पुण्य प्राप्ति होती है और पितरों का आशीर्वाद मिलता है।

यह तो प्रेम की बात है उधो (Ye Too Prem Ki Baat Hai Udho)

यह तो प्रेम की बात है उधो,
बंदगी तेरे बस की नहीं है।

राम नाम को जपता, सुबहो शाम है (Ram Naam Ko Japta Subaho Shaam Hai)

राम नाम को जपता,
सुबहो शाम है,

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