नवीनतम लेख

गौरी गणेश मनाऊँ आज सुध लीजे हमारी (Gauri Ganesh Manau Aaj Sudh Lije Hamari)

गौरी गणेश मनाऊँ,

आज सुध लीजे हमारी,

गौरी गणेश मनाऊँ,

आज सुध लीजे हमारी ।


सुरहिन गैया को गोबर मनागौं,

दिग धर अगना लीपाऊं,

आज सुध लीजे हमारी ।


गौरी गणेश मनाऊँ,

आज सुध लीजे हमारी,

गौरी गणेश मनाऊँ,

आज सुध लीजे हमारी ।


गंगा जल स्नान कराऊँ,

पीताम्बर पहनाऊं,

आज सुध लीजे हमारी ।


गौरी गणेश मनाऊँ,

आज सुध लीजे हमारी,

गौरी गणेश मनाऊँ,

आज सुध लीजे हमारी ।


हरी हरी दूब मैं खूब चढ़ाऊँ,

चन्दन घोल लगाऊं,

आज सुध लीजे हमारी ।


गौरी गणेश मनाऊँ,

आज सुध लीजे हमारी,

गौरी गणेश मनाऊँ,

आज सुध लीजे हमारी ।


पहली पूजा करूँ तुम्हारी,

लड्डू भोग लगाऊं,

आज सुध लीजे हमारी ।


गौरी गणेश मनाऊँ,

आज सुध लीजे हमारी,

गौरी गणेश मनाऊँ,

आज सुध लीजे हमारी ।

अब किसी महफिल में जाने (Ab Kisi Mehfil Me )

अब किसी महफिल में जाने,
की हमें फुर्सत नहीं,

बसंत पंचमी पूजा विधि

बसंत पंचमी के दिन विद्या की देवी मां सरस्वती की पूजा का विधान है। मान्यता है कि बसंत पंचमी के दिन विधिपूर्वक मां सरस्वती की पूजा करने से बुद्धि और सफलता का आशीर्वाद प्राप्त होता है। इस साल बसंत पंचमी 2 फरवरी को मनाई जाएगी।

कथा राम जी की है कल्याणकारी (Katha Ram Ji Ki Hai Kalyankari)

कथा राम जी की है कल्याणकारी,
मगर ये करेगी असर धीरे धीरे,

छठ व्रत कथा (Chhath Vrat Katha)

छठ व्रत कार्तिक मास की अमावस्या को दिवाली मनाने के 6 दिन बाद कार्तिक शुक्ल पक्ष को मनाए जाने के कारण इसे छठ कहा जाता है।

यह भी जाने