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घर में पधारो गजानन जी(Ghar Me Padharo Gajanan Ji)

घर में पधारो गजाननजी,

मेरे घर में पधारो

रिद्धि सिद्धि लेके आओ गणराजा,

मेरे घर में पधारो ॥

॥ घर में पधारो गजाननजी ॥


राम जी आना,

लक्ष्मण जी आना

संग में लाना सीता मैया,

मेरे घर में पधारो ॥

॥ घर में पधारो गजाननजी ॥


ब्रम्हा जी आना,

विष्णु जी आना

भोले शशंकर जी को ले आना,

मेरे घर में पधारो ॥

॥ घर में पधारो गजाननजी ॥


लक्ष्मी जी आना,

गौरी जी आना

सरस्वती मैया को ले आना,

मेरे घर में पधारो ॥

॥ घर में पधारो गजाननजी ॥


विघन को हारना,

मंगल करना,

कारज शुभ कर जाना,

मेरे घर में पधारो ॥

॥ घर में पधारो गजाननजी ॥

राधा रानी को भयो अवतार बधाई बाज रही(Radha Rani Ko Nhayo Avtar)

राधा रानी को भयो अवतार,
बधाई बाज रही,

ज्वारे और अखंड ज्योत की परंपरा

तैत्तिरीय उपनिषद में अन्न को देवता कहा गया है- अन्नं ब्रह्मेति व्यजानत्। साथ ही अन्न की निंदा और अवमानना ​​का निषेध किया गया है- अन्नं न निन्द्यात् तद् व्रत। ऋग्वेद में अनेक अनाजों का वर्णन है I

भगवान शिव की पूजा विधि

चाहे सावन का कोई विशेष सोमवार हो या शिवरात्रि या फिर कोई अन्‍य व्रत या त्योहार शिव की विधि पूर्वक की गई पूजा विशेष फलदायी होती है।

मैं हार गया जग से, अब तुमको पुकारा है (Main Haar Gaya Jag Se Ab Tumko Pukara Hai)

मैं हार गया जग से,
अब तुमको पुकारा है,

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