नवीनतम लेख

किस्मत को मेरी आज, बना क्यों नहीं देते (Kismat Ko Meri Aaja Bana Kyo Nahi Dete)

किस्मत को मेरी आज,

बना क्यों नहीं देते,

बालक जो समझते हो तो,

अपना जो समझते हो तो,

बता क्यों नहीं देते,

किस्मत को मेरीं आज,

बना क्यों नहीं देते ॥


जब दर पर बुलाया है मुझे,

तुमने भी भोले,

जब अपना बनाया है मुझे,

तुमने भी भोले,

जब दर पर बुलाया है मुझे,

तुमने भी बोले,

हर गम को मेरे आज,

मिटा क्यों नहीं देते,

किस्मत को मेरीं आज,

बना क्यों नहीं देते ॥


हरसोला में तेरा प्रभु,

दरबार है न्यारा,

भटके हुए इंसान को,

दिया तुमने सहारा,

हरसोला में तेरा प्रभु,

दरबार है न्यारा,

बिगड़ी को मेरी आज,

बना क्यों नहीं देते,

किस्मत को मेरीं आज,

बना क्यों नहीं देते ॥


गर तुम ना सुनोगे तो,

मेरी कौन सुनेगा,

ये ‘विशाल’ प्रभु आपकी,

चौखट पर मरेगा,

गर तुम ना सुनोगे तो,

मेरी कौन सुनेगा,

नैया को मेरी पार,

लगा क्यों नहीं देते,

किस्मत को मेरीं आज,

बना क्यों नहीं देते ॥


किस्मत को मेरी आज,

बना क्यों नहीं देते,

बालक जो समझते हो तो,

अपना जो समझते हो तो,

बता क्यों नहीं देते,

किस्मत को मेरीं आज,

बना क्यों नहीं देते ॥


हाय नजर ना लग जाये(Najar Naa Lag Jaye)

ओ मोटे मोटे नैनन के तू ,
ओ मीठे मीठे बैनन के तू

पौष अमावस्या कब है

तमिलनाडु में हनुमान जयंती मार्गशीर्ष अमावस्या के दौरान मनाई जाती है। यह दिन हनुमान जी को समर्पित है। हिंदू पौराणिक कथाओं में, हनुमान जी शक्ति, भक्ति और निस्वार्थ सेवा के प्रतीक हैं।

बालाजीं मेरी बिगड़ी बना दो मेरे बालाजीं (Balaji Meri Bigdi Bana Do Mere Balaji)

बालाजी बालाजी,
मेरी बिगड़ी बना दो मेरे बालाजीं,

वामन जयंती 2024: राजा बलि को सबक सिखाने के लिए भगवान विष्णु ने लिया था वामन अवतार, भाद्रपद की द्वादशी तिथि को हुआ था जन्म

हिंदू धर्म में भगवान विष्णु त्रिदेवों में प्रमुख और सृष्टी के संचालक या पालनहार के रूप में पूजे जाते हैं।

यह भी जाने