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मुझे तेरा सहारा सदा चाहिए (Mujhe Tera Sahara Sada Chahiye)

आसरा इस जहाँ का मिले न मिले,

मुझे तेरा सहारा सदा चाहिए ॥


चाँद तारे फलक पर दिखे ना दिखे,

मुझ को तेरा नज़ारा सदा चाहिए,

धन दौलत जहाँ की मिले ना मिले,

सतगुरु तेरे चरणों की रज चाहिए ॥


यहाँ खुशिया हैं कम, और ज्यादा है गम,

जहाँ देखो वहीँ है देखो भरम ही भरम,

मेरी महफ़िल में शम्मा जले ना जले,

मेरे दिल में उजाला तेरा चाहिए ॥


कभी वैराग है, कभी अनुराग है,

यहाँ बदले हैं माली वही बाग़ है,

मेरी चाहत की दुनिया बसे ना बसे,

मेरे दिल में बसेरा तेरा चाहिए ॥


मेरी धीमी है चाल, और पथ है विशाल,

हर कदम पर मुसीबत अब तू ही संभाल,

पैर मेरे थकें हैं, चले ना चले,

मेरे दिल में इशारा तेरा चाहिए ॥


कभी बैराग है, कभी अनुराग है,

जिन्दगी बिन धुंए की अजब आग है,

मान सम्मान जग में मिले ना मिले,

बस कृपा होनी बाबा तेरी चाहिए ॥


आसरा इस जहाँ का मिले न मिले,

मुझे तेरा सहारा सदा चाहिए ॥


बसंत पंचमी के दिन क्या करें, क्या नहीं

बसंत पंचमी का पर्व जो कि माघ माह की शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाता है सनातन धर्म में अत्यंत महत्वपूर्ण और शुभ माना जाता है। यह त्योहार ज्ञान और बुद्धि की देवी मां सरस्वती की पूजा के लिए विशेष है जो कि वसंत ऋतु के आगमन का प्रतीक भी है।

जय महेश जय महादेवा (Jay Mahesh Jay Mahadeva)

तेरे दर पे आ तो गया हूँ,
राह दिखा दे मुझको काबिल कर दे,

विजया एकादशी का व्रत फरवरी 2025

विजया एकादशी का व्रत भगवान विष्णु को समर्पित है और फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष में पड़ने वाली एकादशी को विजया एकादशी कहा जाता है। हिंदू धर्म में एकादशी व्रत का बहुत महत्व है।

मैया सदा मुझ पर, किरपा की नजर रखना (Maiya Sada Mujh Par Kirpa Ki Nazar Rakhna)

मैया सदा मुझ पर,
किरपा की नजर रखना,

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