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पंडा कराए रहो पूजा मैया जी की झूम झूम के भजन

पंडा कराए रहो पूजा मैया जी की झूम झूम के

(पंडा कराए रहो पूजा मैया जी की झूम झूम के)

पंडा कराए रहो पूजा मैया जी की झूम झूम के

(पंडा कराए रहो पूजा मैया जी की झूम झूम के)


झूम झूम के, झूम झूम के

(झूम झूम के, झूम झूम के)

झूम झूम के, झूम झूम के

(झूम झूम के, झूम झूम के)


ए, पंडा कराए रहो पूजा मैया जी की झूम झूम के

(पंडा कराए रहो पूजा मैया जी की झूम झूम के)

पंडा कराए रहो पूजा मैया जी की झूम झूम के

(पंडा कराए रहो पूजा मैया जी की झूम झूम के)


नवराते की शुभ घड़ी आई

(नवराते की शुभ घड़ी आई)

भक्तों ने माता की मूरत बैठाई

(भक्तों ने माता की मूरत बैठाई)

नवराते की शुभ घड़ी आई

भक्तों ने माता की मूरत बैठाई


झूम झूम के, झूम झूम के

(झूम झूम के, झूम झूम के)

झूम झूम के, झूम झूम के

(झूम झूम के, झूम झूम के)


ए, पंडा कराए रहो पूजा मैया जी की झूम झूम के

(पंडा कराए रहो पूजा मैया जी की झूम झूम के)

पंडा कराए रहो पूजा मैया जी की झूम झूम के

(पंडा कराए रहो पूजा मैया जी की झूम झूम के)


टीका लगाएं, मां को चुनरी ओढाएं

(टीका लगाएं, मां को चुनरी ओढ़ाएं)

चूड़ी चढ़ाएं, फूल, माला चढ़ाएं

(चूड़ी चढ़ाएं, फूल, माला चढ़ाएं)

टीका लगाएं, मां को चुनरी ओढाएं

चूड़ी चढ़ाएं, फूल, माला चढ़ाएं


झूम झूम के, झूम झूम के

(झूम झूम के, झूम झूम के)

झूम झूम के, झूम झूम के

(झूम झूम के, झूम झूम के)


ए, पंडा कराए रहो पूजा मैया जी की झूम झूम के

(पंडा कराए रहो पूजा मैया जी की झूम झूम के)

पंडा कराए रहो पूजा मैया जी की झूम झूम के

(पंडा कराए रहो पूजा मैया जी की झूम झूम के)


नौ - नौ खप्पर गोदै जवांरे

(नौ - नौ खप्पर गोदै जवांरे)

अलियन - गलियन गूंजे जयकारे

(अलियन - गलियन गूंजे जयकारे)

नौ - नौ खप्पर गोदै जवांरे

अलियन - गलियन गूंजे जयकारे


झूम झूम के, झूम झूम के

(झूम झूम के, झूम झूम के)

झूम झूम के, झूम झूम के

(झूम झूम के, झूम झूम के)


ए, पंडा कराए रहो पूजा मैया जी की झूम झूम के

(पंडा कराए रहो पूजा मैया जी की झूम झूम के)

पंडा कराए रहो पूजा मैया जी की झूम झूम के

(पंडा कराए रहो पूजा मैया जी की झूम झूम के)


आई मां पाहुनी भक्तों के द्वारे

(आई मां पाहुनी भक्तों के द्वारे)

संकट काटे, मां, भरे भंडारे

(संकट काटे, मां, भरे भंडारे)

आई मां पाहुनी भक्तों के द्वारे

संकट काटे, मां, भरे भंडारे


झूम झूम के, झूम झूम के

(झूम झूम के, झूम झूम के)

झूम झूम के, झूम झूम के

(झूम झूम के, झूम झूम के)


ए, पंडा कराए रहो पूजा मैया जी की झूम झूम के

(पंडा कराए रहो पूजा मैया जी की झूम झूम के)

पंडा कराए रहो पूजा मैया जी की झूम झूम के

(पंडा कराए रहो पूजा मैया जी की झूम झूम के)


पंडा कराए रहो पूजा मैया जी की झूम झूम के

(पंडा कराए रहो पूजा मैया जी की झूम झूम के)

पंडा कराए रहो पूजा मैया जी की झूम झूम के

(पंडा कराए रहो पूजा मैया जी की झूम झूम के)

पंडा कराए रहो पूजा मैया जी की झूम झूम के

(पंडा कराए रहो पूजा मैया जी की झूम झूम के)


गुरुवायुर एकादशी मंदिर की पौराणिक कथा

"दक्षिण का स्वर्ग" कहे जाने वाले अतिसुन्दर राज्य केरल में गुरुवायुर एकादशी का पर्व पूरी आस्था के साथ मनाया जाता है। यह पर्व गुरुवायुर कृष्ण मंदिर में विशेष रूप से मनाया जाता है, जो भगवान श्रीकृष्ण को समर्पित है।

पार्वती जी की पूजा विधि

शुक्रवार का दिन देवी पार्वती सहित सभी स्त्री देवी-स्वरूपों की पूजा के लिए समर्पित है। यह दिन माता पार्वती को प्रसन्न करने और उनके आशीर्वाद से परिवार में सुख, समृद्धि और सौभाग्य लाने का उत्तम समय है।

गुप्त नवरात्रि कथा

2025 में उदयातिथि के अनुसार, 30 जनवरी 2025 को माघ गुप्त नवरात्रि की शुरुआत होगी और 7 फरवरी 2025 को गुप्त नवरात्रि का समापन होगा। ऐसे में माघ गुप्त नवरात्र की शुरुआत 30 जनवरी से होगी।

जपे जा तू बन्दे, सुबह और शाम (Jape Ja Tu Bande Subah Aur Sham)

जपे जा तू बन्दे,
सुबह और शाम,