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शिव पार्वती ने तुम्हे, वरदान दे दिया (Shiv Parvati Ne Tumhe Vardan De Diya)

शिव पार्वती ने तुम्हे,

वरदान दे दिया,

श्री गणेश ये कलयुग,

तुम्हारे नाम कर दिया ॥


ब्रम्हा ने वेद,

सरस्वती ज्ञान दे रही,

विष्णु के संग लक्ष्मी,

धन धान दे रही,

प्रथमेश तुम बनो,

ये अभयदान दे दिया,

श्री गणेश ये कलयुग,

तुम्हारे नाम कर दिया ॥


कैलाश पे तुम्हारी,

जय जयकार कर रहे,

हे गजानंद तुमको,

नमस्कार कर रहे,

सबने तुम्हारे चरणों में,

प्रणाम कर लिया,

श्री गणेश ये कलयुग,

तुम्हारे नाम कर दिया ॥


तुम अष्टविनायक,

तुम्ही बुद्धि के प्रदाता,

सब सुख प्रदान करते,

रिद्धि सिद्धि के दाता,

भक्तो की झोलियों में,

धन धान भर दिया,

श्री गणेश ये कलयुग,

तुम्हारे नाम कर दिया ॥


कलयुग में भव से पार,

चाहो भक्तो जो जाना,

गौरी गजाननन को सदा,

मन से ही ध्याना,

भक्तो के मन में तुमने,

अपना स्थान कर दिया,

श्री गणेश ये कलयुग,

तुम्हारे नाम कर दिया ॥


शिव पार्वती ने तुम्हे,

वरदान दे दिया,

श्री गणेश ये कलयुग,

तुम्हारे नाम कर दिया ॥

प्रदोष व्रत क्यों रखा जाता है?

हिंदू धर्म में प्रदोष व्रत का विशेष महत्व है। दरअसल, यह व्रत देवाधिदेव महादेव शिव को ही समर्पित है। प्रदोष व्रत हर माह में दो बार, शुक्ल और कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को किया जाता है।

चटक मटक चटकीली चाल, और ये घुंघर वाला बाल (Chatak Matak Chatkili Chaal Aur Ye Ghunghar Wala Baal)

चटक मटक चटकीली चाल,
और ये घुंघर वाला बाल,

मोक्षदा एकादशी पर दुर्लभ संयोग

हर वर्ष मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को मोक्षदा एकादशी मनाई जाती है। इस वर्ष 11 दिसंबर 2024 को यह पावन पर्व मनाया जाएगा। इस दिन गीता जयंती का भी पर्व होता है।

छठी देवी स्तोत्र (Chhathi Devi Stotram)

नमो देव्यै महादेव्यै सिद्ध्यै शान्त्यै नमो नम:।
शुभायै देवसेनायै षष्ठी देव्यै नमो नम: ।।