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तेरे जीवन में खुशियां, तमाम आएगी - भजन (Tere Jeevan Main Khushiyan Tamam Aayegi)

तेरे जीवन में खुशियां,

तमाम आएगी,

ले जा माँ की दुआएं,

ये काम आएगी,

ले जा माँ की दुआएं,

ये काम आएगी ॥


नौ महीने तन के सांचे में,

ढालती है माँ,

फिर जनम देती है,

हमें पालती है माँ,

दुःख जो बच्चो पे हो,

माँ ये जान जाएगी,

ले जा माँ की दुआएं,

ये काम आएगी,

ले जा माँ की दुआएं,

ये काम आएगी ॥


बोझ बरसो तलक,

जो उठाती है माँ,

जागकर कितनी रातें,

बिताती है माँ,

तेरे जीवन में बेहतर,

मुकाम लाएगी,

ले जा माँ की दुआएं,

ये काम आएगी,

ले जा माँ की दुआएं,

ये काम आएगी ॥


माँ ने पैदा किया,

तो अपनी पहचान है,

माँ हमारी तुम्हारी,

सबकी भगवान है,

अपनी माँ को मना,

माँ वो मान जाएगी,

ले जा माँ की दुआएं,

ये काम आएगी,

ले जा माँ की दुआएं,

ये काम आएगी ॥


तेरे जीवन में खुशियां,

तमाम आएगी,

ले जा माँ की दुआएं,

ये काम आएगी,

ले जा माँ की दुआएं,

ये काम आएगी ॥

हे आर्य पुत्रों, हे राम भक्तों तुम्हे अयोध्या बुला रही है (Hey Arya Putro, Hey Ram Bhakto, Tumhe Ayodhya Bula Rahi Hai)

हे आर्य पुत्रों, हे राम भक्तों
तुम्हे अयोध्या बुला रही है ।

भला किसी का कर ना सको तो (Bhala Kisi Ka Kar Na Sako Too)

भला किसी का कर ना सको तो,
बुरा किसी का मत करना,

बसंत पंचमी के दिन क्या करें, क्या नहीं

बसंत पंचमी का पर्व जो कि माघ माह की शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाता है सनातन धर्म में अत्यंत महत्वपूर्ण और शुभ माना जाता है। यह त्योहार ज्ञान और बुद्धि की देवी मां सरस्वती की पूजा के लिए विशेष है जो कि वसंत ऋतु के आगमन का प्रतीक भी है।

क्यों खास है डोल पूर्णिमा

डोल पूर्णिमा का त्यौहार मुख्य रूप से बंगाल, असम, त्रिपुरा, गुजरात, बिहार, राजस्थान और ओडिशा में मनाया जाता है। इस दिन राधा-कृष्ण की मूर्ति को पालकी पर बिठाया जाता है और भजन गाते हुए जुलूस निकाला जाता है।