नवीनतम लेख

तेरे स्वागत में मैया जी, मैंने पलके बिछाई है (Tere Swagat Mein Maiya Ji Maine Palke Bichayi Hai)

तेरे स्वागत में मैया जी,

मैंने पलके बिछाई है,

मैंने पलके बिछाई है

मैंने पलके बिछाई है,

चली आओ मेरी मैया,

घड़ी शुभ फिर से आई है,

तेरे स्वागत में मईया जी,

मैंने पलके बिछाई है ॥


मिली थी जो खुशी मुझको,

बिछाई राहों में तेरी,

कदम मेरे घर में रख दो माँ,

सही जाए ना अब देरी,

मेरी तकदीर में फिर से,

तुम्हारी सेवा आई है,

चली आओ मेरी मैया,

घड़ी शुभ फिर से आई है,

तेरे स्वागत में मईया जी,

मैंने पलके बिछाई है ॥


तुम्हारी किरपा से मैया,

अभी तक जो भी पाया है,

मिलाकर प्यार उसमें माँ,

भोग तेरा बनाया है,

जरा विश्राम कर लेना,

तेरी चौकी सजाई है,

चली आओ मेरी मैया,

घड़ी शुभ फिर से आई है,

तेरे स्वागत में मईया जी,

मैंने पलके बिछाई है ॥


सजा कर रख लूंगा मैया,

निशानी तेरे चरणों की,

दरश से तेरे मैया जी,

मिटेगी प्यास जन्मों की,

‘जयंत’ और ‘मंत्री’ ने मैया,

आस कब से लगाई है,

चली आओ मेरी मैया,

घड़ी शुभ फिर से आई है,

तेरे स्वागत में मईया जी,

मैंने पलके बिछाई है ॥


तेरे स्वागत में मैया जी,

मैंने पलके बिछाई है,

मैंने पलके बिछाई है

मैंने पलके बिछाई है,

चली आओ मेरी मैया,

घड़ी शुभ फिर से आई है,

तेरे स्वागत में मईया जी,

मैंने पलके बिछाई है ॥

महाकाल तेरी भक्ति ने बवाल कर दिया (Mahakal Teri Bhakti Ne Bawal Kar Diya)

तेरे कलयुग में भी भक्तो ने कमाल कर दिया,
हो जय श्री महाकाल के नारे ने धमाल कर दिया,

मै तो लाई हूँ दाने अनार के (Main To Layi Hu Daane Anaar Ke)

मैं तो लाई हूँ दाने अनार के,
मेरी मैया के नौ दिन बहार के ॥

बालाजी ने ध्याले तू: भजन (Balaji Ne Dhyale Tu)

मंगलवार शनिवार,
बालाजी ने ध्याले तू,

भारत में होली के अलग-अलग रंग

बरसाना और नंदगांव की होली विश्व प्रसिद्ध है और इसे देखने के लिए हर साल हजारों लोग यहां पहुंचते हैं। यह होली श्रीकृष्ण और राधा की प्रेम कथा से जुड़ी हुई है। बरसाना में महिलाएं पुरुषों पर प्रेमपूर्वक लाठियां बरसाती हैं और पुरुष ढाल लेकर खुद को बचाने का प्रयास करते हैं।