नवीनतम लेख

थोड़ा देता है या ज्यादा देता है (Thoda Deta Hai Ya Jyada Deta Hai)

थोड़ा देता है या ज्यादा देता है,

हमको तो जो कुछ भी देता,

भोला देता है,

थोड़ा देता हैं या ज्यादा देता हैं ॥


हमारे पास जो कुछ भी है,

ईसी की है मेहरबानी,

हमेशा भेजता रहता,

कभी दाना कभी पानी,

थोड़ा देता हैं या ज्यादा देता हैं,

हमको तो जो कुछ भी देता,

भोला देता है,

थोड़ा देता हैं या ज्यादा देता हैं ॥


हमेशा भूखे उठते है,

कभी भूखे नहीं सोते,

भला तकलीफ हो कैसी,

हमारे भोले के होते,

थोड़ा देता हैं या ज्यादा देता हैं,

हमको तो जो कुछ भी देता,

भोला देता है,

थोड़ा देता हैं या ज्यादा देता हैं ॥


दीया जो भोले बाबा ने,

कभी कर्जा नहीं समझा,

दयालु भोले ने हमको,

हमेशा अपना ही समझा,

थोड़ा देता हैं या ज्यादा देता हैं,

हमको तो जो कुछ भी देता,

भोला देता है,

थोड़ा देता हैं या ज्यादा देता हैं ॥


हमने ‘बनवारी’ हरदम ही,

बड़े अधिकार से मांगा,

खुशी से इसने दे डाला,

जो भी दातार से मांगा,

थोड़ा देता हैं या ज्यादा देता हैं,

हमको तो जो कुछ भी देता,

भोला देता है,

थोड़ा देता हैं या ज्यादा देता हैं ॥


थोड़ा देता है या ज्यादा देता है,

हमको तो जो कुछ भी देता,

भोला देता है,

थोड़ा देता हैं या ज्यादा देता हैं ॥

शारदीय नवरात्रि: मां दुर्गा का आगमन, घटस्थापना और पूजा का शुभ मुहूर्त जानें

शारदीय नवरात्रि के दौरान धरती पर आती है मां दुर्गा, जानिए क्या है प्रतिपदा के दिन घटस्थापना और पूजा का शुभ मुहूर्त

संसार ने जब ठुकराया तब द्वार तेरे प्रभु आया(Sansaar Ne Jab Thukraya)

संसार ने जब ठुकराया
तब द्वार तेरे प्रभु आया ॥

माघ में कब है कालाष्टमी व्रत

सनातन हिंदू धर्म में माघ महीने को अत्यंत पवित्र सौभाग्यशाली और भाग्य वर्धक माना जाता है। इस पवित्र महीने में धार्मिक कार्य, व्रत, दान एवं पूजा-अर्चना का विशेष महत्व होता है।

माँ हो तो ऐसी हो ऐसी हो(Maa Ho To Aisi Ho Aisi Ho)

हाँ माँ हो तो ऐसी हो ऐसी हो
ऐसी हो काली मैय्यां तेरे जैसी हो