नवीनतम लेख

तीनो लोको में भोले के जैसा: भजन (Tino Loko Mein Bhole Ke Jaisa)

तीनो लोको में भोले के जैसा ॥


दोहा – बात सदियों से,

मशहूर है ज़माने में,

एक पल लगता है,

महादेव को मनाने में।

जिसने भोला कहा,

भर भर के ले गया झोली,

रखा छुपा के ना,

भोले ने कुछ खजाने में ॥


तीनों लोको में भोले के जैसा,

दूसरा कोई दानी नहीं है,

कौन सा भक्त है बात उसकी,

मेरे भोले ने मानी नहीं है,

तीनों लोको में भोले के जैसा,

दूसरा कोई दानी नहीं है ॥


बात सच्ची है करना ना शंका,

दे दी रावण को सोने की लंका,

वेद ग्रंथो में लिखा हुआ है,

कोई झूठी कहानी नहीं है,

तीनों लोको में भोले के जैसा,

दूसरा कोई दानी नहीं है ॥


फेरी देवों ने जब शिव की माला,

देके अमृत पिया विष का प्याला,

किसको भोले ने क्या क्या दिया है,

बात कोई छुपानी नहीं है,

तीनों लोको में भोले के जैसा,

दूसरा कोई दानी नहीं है ॥


पाप धोने थे सारे जहां के,

शिव ने गंगा हमें दे दी लाके,

शिव की करुणा भी इस में मिली है,

गंगा अमृत है पानी नहीं है,

तीनों लोको में भोले के जैसा,

दूसरा कोई दानी नहीं है ॥


तीनो लोको में भोले के जैसा,

दूसरा कोई दानी नहीं है,

कौन सा भक्त है बात उसकी,

मेरे भोले ने मानी नहीं है,

तीनों लोको में भोले के जैसा,

दूसरा कोई दानी नहीं है ॥

कृपा मिलेगी श्री राम जी की(Kirpa Milegi Shri Ramji Ki)

किरपा मिलेगी श्री राम जी की,
भक्ति करो, भक्ति करो,

होली की पूजा विधि और सामग्री

होली का पर्व हर साल फाल्गुन मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है। यह त्योहार रंगों के साथ-साथ धार्मिक अनुष्ठानों का भी प्रतीक है। होलिका दहन से पहले पूजा करने की परंपरा सदियों से चली आ रही है।

काशी वाले, देवघर वाले, जय शम्भू (Bhajan: Kashi Wale Devghar Wale Jai Shambu)

काशी वाले देवघर वाले, भोले डमरू धारी।
खेल तेरे हैं निराले, शिव शंकर त्रिपुरारी।

जिस काँधे कावड़ लाऊँ, मैं आपके लिए(Jis Kandhe Kawad Laun Main Aapke Liye)

जिस काँधे कावड़ लाऊँ,
मैं आपके लिए,