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मैया तुमको मनावे तेरे भक्त रे(Maiya Tumko Manave Tere Bhakt Re)

मैया तुमको मनावे तेरे भक्त रे,

तेरे भक्त रे,

ओ मेरी मैया मेरी मात रे,

मैया तुमको मनाए तेरे भक्त रे,

तेरे भक्त रे,

ओ मेरी मैया मेरी मात रे ॥


तेरा भवन मैया सूना पड़ा है,

सारा ज़माना हाथ जोड़े खड़ा है,

अब तो आजा दरस दिखा जा,

पल पल जाए बीत रे,

मैया तुमको मनाए तेरे भक्त रे,

तेरे भक्त रे,

ओ मेरी मैया मेरी मात रे ॥


तेरे दरस की आस जागी है,

तेरे नाम की लगन लगी है,

गा गा कर सब तुमको पुकारे,

रख लो हमारी लाज रे,

मैया तुमको मनाए तेरे भक्त रे,

तेरे भक्त रे,

ओ मेरी मैया मेरी मात रे ॥


दरस को नैना तरस रहे हैं,

झर झर आँसू बरस रहे हैं,

अब ना देर लगाओ माता,

प्राण ना जाए छूट रे,

मैया तुमको मनाए तेरे भक्त रे,

तेरे भक्त रे,

ओ मेरी मैया मेरी मात रे ॥


जब जब तुमको पुकारा है हमने,

तब तब तुमको पाया है हमने,

शेर सवारी करके आजा,

मन की मिटाने प्यास रे,

मैया तुमको मनाए तेरे भक्त रे,

तेरे भक्त रे,

ओ मेरी मैया मेरी मात रे ॥


मैया तुमको मनावे तेरे भक्त रे,

तेरे भक्त रे,

ओ मेरी मैया मेरी मात रे,

मैया तुमको मनाए तेरे भक्त रे,

तेरे भक्त रे,

ओ मेरी मैया मेरी मात रे ॥

इतनी शक्ति हमें देना दाता(Itni Shakti Hamein Dena Data Prayer)

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रक्षाबंधन की पूजा विधि

सनातन हिंदू धर्म के अनुयायी हर साल सावन माह की पूर्णिमा के दिन रक्षाबंधन का पर्व मनाते हैं। इस साल रक्षाबंधन 9 अगस्त 2025 को मनाया जाएगा। हालांकि, इस दिन भद्रा काल का साया भी रहेगा, जिसे अशुभ माना जाता है। मान्यता है कि भद्रा काल में राखी बांधना शुभ नहीं होता।

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