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सुध ले लो मेरी घनश्याम - भजन (Sudh Le Lo Meri Ghanshyam)

सुध ले लो मेरी घनश्याम,

आप आए नहीं,

और खबर भी न ली,

खत लिख लिख के भेजे तमाम,

सुध ले लों मेरी घनश्याम,

सुध ले लों मेरी घनश्याम ॥


हम तो कन्हैया हुए तेरे ही दीवाने,

चाहे तू माने या चाहे ना माने,

आँखों में छाए मेरे दिल में समाए,

बस होंठों पे है तेरा नाम,

सुध ले लों मेरी घनश्याम,

सुध ले लों मेरी घनश्याम ॥


संग की सखियाँ हुई तेरी ही दीवानी,

दिन रात रोती रहे आँखों से पानी,

देती सुनाई हमें मुरली सुहानी,

गीत छेड़े विरह के तमाम,

सुध ले लों मेरी घनश्याम,

सुध ले लों मेरी घनश्याम ॥


सुध ले लो मेरी घनश्याम,

आप आए नहीं,

और खबर भी न ली,

खत लिख लिख के भेजे तमाम,

सुध ले लों मेरी घनश्याम,

सुध ले लों मेरी घनश्याम ॥

मेरे गणनायक तुम आ जाओ (Mere Gannayak Tum Aa Jao)

मेरे गणनायक तुम आ जाओ,
मैं तो कबसे बाट निहार रही,

श्री रामायण जी की आरती (Shri Ramayan Ji Ki Aarti)

आरती श्री रामायण जी की।
कीरति कलित ललित सिया-पी की॥

शिलान्यास पूजा विधि

शिलान्यास यानि किसी भी नए भवन या योजना की शुरुआत करना। हिंदू धर्म में किसी भी नई चीज की शुरुआत करने के पहले पूजा करने की परंपरा है। इसी कारण से बहुत से लोग शिलान्यास करने से पहले बहुत से लोग पूजा करते हैं।

भक्त तेरे बुलाये हनुमान रे (Bhakt Tere Bulaye Hanuman Re)

भक्त तेरे बुलाये हनुमान रे,
तुझे आज रे,