नवीनतम लेख

श्याम तोपे रंग डाँरू: होली भजन (Shyam Tope Rang Daaru)

नेक आगे आ,

श्याम तोपे रंग डारुं,

नेक आगे आ,

हाँ रे, नेक आगे आ,

हम्बे नेक आगे आ,

श्याम तोपे रंग डाँरू,

नेक आगे आ ॥


रंग डारूँ तोरे अंगन सारुं लाला,

हा वाह रे रसिया,

हाँ वाह रे छैला,

तेरे गालन पर गुलचा मारू,

नेक आगे आ,

श्याम तोपे रंग डाँरू,

नेक आगे आ ॥


टेढ़ी रे टेढ़ी तेरी पगिया,

बाँधूँ लाला,

हा वाह रे रसिया,

हाँ वाह रे छैला,

तेरी पगिया पर फुलरी डारूँ,

नेक आगे आ,

नेक आगे आ,

श्याम तोपे रंग डाँरू,

नेक आगे आ ॥


बृज दूल्हो तू छैल,

अनोखो लाला,

तोपे तन मन धन योवन वारु,

नेक आगे आ,

उमर घटा अंबर में छाई लाला,

तोहे श्याम रंग में रंग डारू,

नेक आगे आ,

श्याम तोपे रंग डाँरू,

नेक आगे आ ॥

भादी मावस है आई(Bhadi Mawas Hain Aai)

भादी मावस है आई,
भक्ता मिल ज्योत जगाई,

Ganpati Ji Ganesh Nu Manaiye (गणपति जी गणेश नू मनाइये)

गणपति जी गणेश नू मनाइये,
सारे काम रास होणगे,

बजरंगबली हनुमान, तेरा जग में डंका बाज रया (Bajrangbali Hanuman Tera Jag Mein Danka Baj Raha)

बजरंगबली हनुमान,
तेरा जग में डंका बाज रया ॥

क्यों मनाते हैं मकर संक्रांति

सनातन हिंदू धर्म में सूर्य देवता से जुड़े कई प्रमुख त्‍योहार मनाने की परंपरा है। इन्‍हीं में से एक है मकर संक्रांति। शास्‍त्रों में मकर संक्रांति पर स्‍नान-ध्‍यान और दान करने से विशेष फल प्राप्त होता है।