अम्बे कहा जाये जगदम्बे कहा जाये: भजन (Ambe Kaha Jaye Jagdambe Kaha Jaye)

अम्बे कहा जाये जगदम्बे कहा जाये,

बोल मेरी मैया तुझे क्या कहा जाये ॥


मैंने सोने का टीका बनवाया,

मेरी मय्या को पसन्द नहीं आया,

उसे फूलों का टीका पसन्द आया,

अम्बे कहा जाए जगदम्बे कहा जाए,

बोल मेरी माता तुझे क्या कहा जाये ॥


मैंने सोने के कंगन बनवाये,

मय्या को पसन्द नहीं आये,

उसे फूलों के कंगन पसन्द आये,

अम्बे कहा जाए जगदम्बे कहा जाए,

बोल मेरी माता तुझे क्या कहा जाये ॥


मैंने सोने का हार बनवाया,

मइया को पसन्द नहीं आया,

उसे फूलों का हार पसन्द आया,

अम्बे कहा जाए जगदम्बे कहा जाए,

बोल मेरी माता तुझे क्या कहा जाये ॥


मैंने सोने की तगड़ी बनवायी,

मइया को पसन्द नहीं आयी,

उसे तो फूलों की तगड़ी पसन्द आयी,

अम्बे कहा जाए जगदम्बे कहा जाए,

बोल मेरी माता तुझे क्या कहा जाये ॥


अम्बे कहा जाये जगदम्बे कहा जाये,

बोल मेरी मैया तुझे क्या कहा जाये ॥

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