मार्गशीर्ष पूर्णिमा पर इन मंत्रों का करें जाप

करियर या नौकरी में आ रही बाधा को दूर करने के लिए मार्गशीर्ष पूर्णिमा पर करें इन मंत्रों का जाप 


पंचांग के अनुसार, इस वर्ष मार्गशीर्ष पूर्णिमा 15 दिसंबर को मनाई जा रही है। हिन्दू धर्म में यह एक महत्वपूर्ण तिथि है, जो भगवान विष्णु, माता लक्ष्मी और चंद्रदेव की पूजा के लिए समर्पित है। इस दिन का महत्व धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टि से अत्यधिक विशेष माना जाता है जो व्यक्ति के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन भी लाता है। इस दिन किए गए मंत्र जाप, दान, व्रत और स्नान से जीवन में शांति, समृद्धि और सुख की प्राप्ति होती है। गंगा या किसी अन्य पवित्र नदी में स्नान करके भगवान की आराधना करना शुभ माना जाता है। आइए जानते हैं मार्गशीर्ष पूर्णिमा के महत्व और मंत्र जाप से करियर में सफलता प्राप्त करने के तरीके के बारे में।


मार्गशीर्ष पूर्णिमा के दिन किए जाने वाले मंत्र जाप


मार्गशीर्ष पूर्णिमा के दिन कई मंत्रों का जाप किया जाता है जो व्यक्ति के जीवन में सुख-समृद्धि और धन लाभ लाने में मदद करते हैं। 


1. धन लाभ के लिए मंत्र जाप

यदि आप धन लाभ चाहते हैं, तो मार्गशीर्ष पूर्णिमा के दिन ॐ ह्रीं श्रीं लक्ष्मीभयो नमः मंत्र का जाप करें। यह माता लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए एक अत्यंत प्रभावशाली और शुभ मंत्र है।


2. अच्छी नौकरी के लिए मंत्र जाप

यदि आप किसी नौकरी की तलाश में है और अच्छी नौकरी नहीं मिल रही है, तो मार्गशीर्ष पूर्णिमा के दिन ॐ ह्रीं ह्रीं श्री लक्ष्मी वासुदेवाय नम: मंत्र का जाप करें। इस मंत्र के जाप से आपके जीवन में अच्छी नौकरी के जल्द ही योग बन सकते हैं।


3. घर में सुख-समृद्धि के लिए मंत्र जाप

यदि आप घर में सुख-समृद्धि चाहते हैं, तो मार्गशीर्ष पूर्णिमा के दिन ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्म्यै नमः मंत्र का जाप करें। यह माता लक्ष्मी की कृपा प्राप्त करने का एक सरल उपाय है।


4. करियर में सफलता के लिए मंत्र जाप

यदि आप करियर में सफलता चाहते हैं, तो मार्गशीर्ष पूर्णिमा के दिन ॐ यक्षाय कुबेराय वैश्रवणाय धन धान्याधिपतये मंत्र का जाप करें। इस मंत्र के जाप से आपके करियर में सफलता के योग बन सकते हैं।


5. मानसिक तनाव दूर करने के लिए मंत्र जाप

यदि आप मानसिक तनाव से ग्रस्त हैं, तो मार्गशीर्ष पूर्णिमा के दिन ॐ ऐं क्लीं सौमाय नामाय नमः मंत्र का जाप करें। इस मंत्र के जाप से आपके मानसिक तनाव दूर हो सकते हैं।


मंत्र जाप करते समय रखें ये सावधानियां 


मंत्र जाप की तैयारी


  • शुद्धता और पवित्रता: मंत्र जाप से पहले स्नान करें और साफ कपड़े पहनें।
  • एकांत और शांति: एकांत और शांति से भरे स्थान पर मंत्र जाप करें।
  • आसन और मुद्रा: सुखासन, पद्मासन या वज्रासन में बैठें और हाथों को घुटनों पर रखें।


मंत्र जाप के दौरान


  • ध्यान और एकाग्रता: मंत्र जाप के दौरान ध्यान और एकाग्रता बनाए रखें।
  • सही उच्चारण: मंत्र का सही उच्चारण करें और शब्दों का अर्थ समझें।
  • भावना और श्रद्धा: मंत्र जाप के दौरान भावना और श्रद्धा के साथ जाप करें।
  • मंत्र की संख्या: मंत्र की संख्या निर्धारित करें और उसी के अनुसार जाप करें।



........................................................................................................
कभी राम बनके, कभी श्याम बनके (Kabhi Ram Banake Kabhi Shyam Banake)

कभी राम बनके कभी श्याम बनके,
चले आना प्रभुजी चले आना ॥

हनुमान जयंती मुहूर्त और पूजा-विधि

हनुमान जी का जन्मोत्सव हर वर्ष चैत्र शुक्ल पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है। उनकी कृपा से व्यक्ति को सभी प्रकार की समस्याओं से छुटकारा मिल जाता है। अभिजीत मुहूर्त में पूजा करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है।

जिसको जीवन में मिला सत्संग है (Jisko jivan Main Mila Satsang Hai)

जिसके जीवन मैं मिला सत्संग हैं,
उसे हर घड़ी आनंद ही आनंद है ।

श्री ललीता माता चालीसा (Shri Lalita Mata Chalisa)

जयति जयति जय ललिते माता! तव गुण महिमा है विख्याता ।
तू सुन्दरी, त्रिपुरेश्वरी देवी! सुर नर मुनि तेरे पद सेवी।

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।