बड़ा नटखट है रे, कृष्ण कन्हैया (Bada Natkhat Hai Re Krishn Kanhaiya)

बड़ा नटखट है रे कृष्ण कन्हैया

का करे यशोदा मैय्या हाँ॥ बड़ा नटखट है रे...॥

ढूंढें री अखियाँ उसे चहू ओर

जाने कहाँ छुप गया नंदकिशोर॥ ढूंढें री अखियाँ...॥

उड़ गया जैसे पुरवय्या, का करे यशोदा मैय्या हाँ

॥ बड़ा नटखट है रे...॥


मेरे जीवन का तू एक ही सपना

जो कोई देखे तोहे समझे वो अपना॥ मेरे जीवन का तू...॥

सब का है प्यार बंसी बजय्या, का करे यशोदा मैय्या हाँ

॥ बड़ा नटखट है रे...॥


आ तोहे मैं गले से लगा लूं

लागे ना किसी की नज़र, मन में छूपा लूं॥ आ तोहे मैं...॥

धूप जगत है रे ममता है छैय्या, का करे यशोदा मैय्या हाँ

॥ बड़ा नटखट है रे...॥

........................................................................................................
चैत्र में चंद्र दर्शन के मुहूर्त

हिंदू धर्म में चंद्रमा को देवता समान माना जाता है और उनकी पूजा करने से जीवन में सुख, शांति और समृद्धि आती है। चंद्र दर्शन का विशेष महत्व अमावस्या के बाद पहली बार चंद्रमा के दर्शन करने से जुड़ा हुआ है।

जय बजरंगी बोले, वो कभी ना डोले (Jay Bajrangi Bole Vo Kabhi Na Dole)

बोले बोले रे जयकारा,
जो बाबा का बोले,

झूलन चलो हिंडोलना, वृषभान नंदनी (Jjhulan Chalo Hindolana Vrashbhanu Nandni)

झूलन चलो हिंडोलना, वृषभान नंदनी,
झूलन चलो हिडोलना, वृषभान नंदनी।

धन जोबन और काया नगर की (Dhan Joban Aur Kaya Nagar Ki)

धन जोबन और काया नगर की,
कोई मत करो रे मरोर ॥

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।

यह भी जाने