मैं तो अपने श्याम की,
दीवानी बन जाउंगी,
मंगल की सेवा सुन मेरी देवा,
हाथ जोड तेरे द्वार खडे ।
कब सुधि लोगे मेरे राम,
मैं तो नैन बिछाई तेरी राह में,
हर वर्ष मार्गशीर्ष माह की पूर्णिमा को माता त्रिपुर भैरवी के जन्मदिवस को त्रिपुर भैरवी जयंती के रूप में मनाया जाता है। यह एक महत्वपूर्ण धार्मिक अवसर है जो शक्ति और पराक्रम की प्रतीक माता त्रिपुर भैरवी की महिमा को दर्शाता है।