यशोमती मैया से बोले नंदलाला (Yashomati Maiyya Se Bole Nandlala)

यशोमती मैया से बोले नंदलाला

राधा क्यों गोरी मैं क्यों काला ॥

यशोमती मैया से बोले नंदलाला॥


बोली मुस्काती मैया, ललन को बताया

कारी अंधियरी आधी रात में तू आया

लाडला कन्हैया मेरा, काली कमली वाला

इसीलिए काला ॥


यशोमती मैया से बोले नंदलाला

राधा क्यों गोरी मैं क्यों काला ॥


बोली मुस्काती मैया, सुन मेरे प्यारे

गोरी गोरी राधिका के नैन कजरारे

काले नैनों वाली ने, ऐसा जादू डाला

इसीलिए काला ॥


यशोमती मैया से बोले नंदलाला

राधा क्यों गोरी मैं क्यों काला ॥


इतने में राधा प्यारी, आई इठलाती

मैंने न जादू डाला, बोली बलखाती

मैय्या कन्हैया तेरा हो, जग से निराला

इसीलिए काला॥


यशोमती मैया से बोले नंदलाला

राधा क्यों गोरी मैं क्यों काला ॥

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रक्षा करो मेरे राम(Raksha Karo Mere Ram)

रक्षा करो मेरे राम,
रक्षा करों मेरे राम,

ऐसी लागी लगन, मीरा हो गयी मगन (Aisi Lagi Lagan, Meera Ho Gai Magan)

ऐसी लागी लगन,
मीरा हो गयी मगन,

कहियो दर्शन दीन्हे हो, भीलनियों के राम (Kahiyo Darshan Dinhe Ho Bhilaniyo Ke Ram)

पंथ निहारत, डगर बहारथ,
होता सुबह से शाम,

भीष्म द्वादशी पौराणिक कथा

पुराणों के अनुसार महाभारत युद्ध में अर्जुन ने भीष्म पितामह को बाणों की शैय्या पर लिटा दिया था। उस समय सूर्य दक्षिणायन था। तब भीष्म पितामह ने सूर्य के उत्तरायण होने का इंतजार करते हुए माघ मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी के दिन प्राण त्याग दिए थे।

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