यशोमती मैया से बोले नंदलाला (Yashomati Maiyya Se Bole Nandlala)

यशोमती मैया से बोले नंदलाला

राधा क्यों गोरी मैं क्यों काला ॥

यशोमती मैया से बोले नंदलाला॥


बोली मुस्काती मैया, ललन को बताया

कारी अंधियरी आधी रात में तू आया

लाडला कन्हैया मेरा, काली कमली वाला

इसीलिए काला ॥


यशोमती मैया से बोले नंदलाला

राधा क्यों गोरी मैं क्यों काला ॥


बोली मुस्काती मैया, सुन मेरे प्यारे

गोरी गोरी राधिका के नैन कजरारे

काले नैनों वाली ने, ऐसा जादू डाला

इसीलिए काला ॥


यशोमती मैया से बोले नंदलाला

राधा क्यों गोरी मैं क्यों काला ॥


इतने में राधा प्यारी, आई इठलाती

मैंने न जादू डाला, बोली बलखाती

मैय्या कन्हैया तेरा हो, जग से निराला

इसीलिए काला॥


यशोमती मैया से बोले नंदलाला

राधा क्यों गोरी मैं क्यों काला ॥

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राम रस बरस्यो री, आज म्हारे आंगन में (Ram Ras Barsyo Re, Aaj Mahre Angan Main)

राम रस बरस्यो री,
आज म्हारे आंगन में ।

जय बजरंगी बोले, वो कभी ना डोले (Jay Bajrangi Bole Vo Kabhi Na Dole)

बोले बोले रे जयकारा,
जो बाबा का बोले,

अब ना बानी तो फिर ना बनेगी (Ab Naa Banegi Too Phir Na Banegi)

अब ना बानी तो फिर ना बनेगी
नर तन बार बार नहीं मिलता

वैदिक मंत्र क्यों पढ़ने चाहिए?

वैदिक मंत्रों का पाठ शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक लाभ प्रदान करता है। ये मंत्र दिव्य शक्तियों से जुड़े होते हैं, जो हमारे जीवन में सकारात्मकता और ऊर्जा का संचार करते हैं।

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