यही है प्रार्थना प्रभुवर (Yahi Hai Rrarthana Prabhuvar Jeevan Ye Nirala Ho)

सरलता, शीलता, शुचिता हों भूषण मेरे जीवन के।

सचाई, सादगी, श्रद्धा को मन साँचे में ढाला हो॥

॥ यही है प्रार्थना प्रभुवर...॥


मेरा वेदोक्त हो जीवन, बनूँ मैं धर्म-अनुरागी।

रहूँ आज्ञा में वेदों की, न हुक्मेवेद टाला हो॥

॥ यही है प्रार्थना प्रभुवर...॥


तेरी भक्ति में हे भगवन्, लगा दूँ अपना मैं तन-मन।

दिखावे के लिये हाथों में थैली हो, न माला हो॥

॥ यही है प्रार्थना प्रभुवर...॥


तजूँ सब खोटे कर्मों को, तजूँ दुर्वासनाओं को।

तेरे विज्ञान दीपक का मेरे मन में उजाला हो॥

॥ यही है प्रार्थना प्रभुवर...॥


पिला दे मोक्ष की घुट्टी, मरण-जीवन से हो छुट्टी।

विनय अन्तिम ये सेवक की अगर मंजूरे वाला हो॥


यही है प्रार्थना प्रभुवर! जीवन ये निराला हो।

परोपकारी, सदाचारी व लम्बी आयुवालो हो॥

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डमरू वाले आजा, तेरी याद सताए (Damru Wale Aaja Teri Yaad Sataye)

डमरू वाले आजा,
तेरी याद सताए,

शनि प्रदोष व्रत उपाय

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हरछठ (Har Chhath)

हरछठ या हलछठ पर्व के दिन व्रत रखने से संतान-सुख की प्राप्ति होती है। अब आपके दिमाग में हरछठ व्रत को लेकर कई सवाल आ रहे होंगे। तो आइए आज भक्त वत्सल के इस लेख में हम आपको बताएंगे कि हरछठ पर्व क्या है और इसमें व्रत रखने से हमें क्यों संतान प्राप्ति होती है?

आजा भक्तो की सुनके पुकार, ओ मरघट वाले बाबा जी (Aaja Bhakto Ki Sun Ke Pukar O Marghat Wale Baba Ji)

आजा भक्तो की सुनके पुकार,
ओ मरघट वाले बाबा जी,

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