ये बाबा बहुत बड़ा हैं (Ye Baba Bahut Bada Hai)

हर भक्तों के दिल से निकले,

एक यही आवाज़,

ये बाबा बहुत बड़ा है,

ये बाबा बहुत बड़ा हैं ॥


बाबा की शक्ति ने देखों,

कैसा खेल रचाया,

बाबा की मस्ती ने हर एक,

दिल को दीवाना बनाया,

ब्रह्मा के वेदों से निकलें,

एक यही आवाज़,

ये बाबा बहुत बड़ा हैं,

ये बाबा बहुत बड़ा हैं ॥


ये सरकार अगर चाहे तो,

कुछ भी करके दिखा दे,

उठा सड़क से एक भिखारी,

राजा उसे बना दे,

नारद की वीणा से निकले,

एक यही आवाज़,

ये बाबा बहुत बड़ा हैं,

ये बाबा बहुत बड़ा हैं ॥


इंसा चाहे कुछ भी करले,

इनसे छुपा नहीं है,

‘बनवारी’ गर ये ना चाहे,

कुछ भी हुआ नहीं है,

शंकर के डमरू से निकले,

एक यही आवाज़,

ये बाबा बहुत बड़ा हैं,

ये बाबा बहुत बड़ा हैं ॥


हर भक्तों के दिल से निकले,

एक यही आवाज़,

ये बाबा बहुत बड़ा है,

ये बाबा बहुत बड़ा हैं ॥

........................................................................................................
माँ दुर्गे आशीष दो (Maa Durge Ashish Do)

माँ दुर्गे आशीष दो माँ दुर्गे आशीष दो
मन मे मेरे वास हो तेरा चरणो संग प्रीत हो ॥

यशोदा माँ के होयो लाल, बधाई सारे भक्ता ने (Yasoda Ma Ke Hoyo Laal Badhai Saare Bhagta Ne)

यशोदा माँ के होयो लाल,
बधाई सारे भक्ता ने,

श्री भगवान जय गंगाधर जी की आरती (Shri Bhagwan Gangadhar Ji Ki Aarti)

ॐ जय गङ्गाधर हर, जय गिरिजाधीशा।
त्वं मां पालय नित्यं, कृपया जगदीशा॥

श्री धन्वन्तरि जी की आरती (Shri Dhanvantari Ji Ki Aarti)

जय धन्वन्तरि देवा, जय धन्वन्तरि जी देवा।
जरा-रोग से पीड़ित, जन-जन सुख देवा॥

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।

यह भी जाने