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कभी जल्दी जल्दी, कभी धीरे धीरे,
मेरी रसना से प्रभु तेरा नाम निकले, हर घड़ी हर पल राम राम निकले ॥
मेरी मैया तू एक बार आजा, हाँ दर्श दिखा जा,
म्हाने जाम्भोजी दीयो उपदेश, भाग म्हारो जागियो ॥
मेरी मैया तेरे दरबार ये, दीवाने आए है,
मेरी मैया ने ओढ़ी लाल चुनरी, हीरो मोती जड़ी गोटेदार चुनरी,
मेरी बालाजी सुनेंगे फरियाद, बालाजी ज़रूर सुनेंगे,
मेरे पवनपुत्र हनुमान, करूं मैं तेरा हर पल ध्यान,
मेरी अखियाँ तरस रही, भोले का दीदार पाने को,
मेरे ओ सांवरे, तूने क्या क्या नहीं किया,