नवीनतम लेख

मेरी मैया तू एक बार आजा, दर्श दिखा जा(Meri Maiya Tu Ek Baar Aaja Darsh Dikha Jaa)

मेरी मैया तू एक बार आजा,

हाँ दर्श दिखा जा,

खड़े है इंतजार में,

हाथ जोड़े हम तेरे दरबार में,

हाथ जोड़े हम तेरे दरबार में ॥


पहले भी माँ को हमने,

खूब मनाया,

मानेगी माँ मानेगी,

भजनो को गाके हमने,

खूब सुनाया,

जानेगी माँ जानेगी,

मेरे प्यासे नैना तरसे,

कब आएगी दर पे,

किया तूने उद्धार मेरा मैया,

पडूँ तेरे पईया,

खड़े है इंतजार में,

हाथ जोड़े हम तेरे दरबार में,

हाथ जोड़े हम तेरे दरबार में ॥


सोचा था माँ के,

हम दरबार जाएं,

जाएंगे माँ जाएंगे,

झोली को माँ के,

दर से भर लाए,

लायेंगे माँ लायेंगे,

मेरी मैया मेरी नैया,

पार करोगी नैया,

शेरोवाली जगत रखवाली,

ओ मेहरोवाली,

खड़े है इंतजार में,

हाथ जोड़े हम तेरे दरबार में,

हाथ जोड़े हम तेरे दरबार में ॥


मेरी अरदास सुनले,

हे माँ जगदम्बे,

जय अम्बे जय जगदम्बे,

हाथ जोड़ कर,

नमन करे हम,

जय दुर्गे जय जगदम्बे,

हे माँ भवानी दे दो निशानी,

पूरण करो कहानी,

मैं तो आया द्वार तेरे मैया,

पाऊं तेरी छैया,

खड़े है इंतजार में,

हाथ जोड़े हम तेरे दरबार में,

हाथ जोड़े हम तेरे दरबार में ॥


मेरी मैया तू एक बार आजा,

हाँ दर्श दिखा जा,

खड़े है इंतजार में,

हाथ जोड़े हम तेरे दरबार में,

हाथ जोड़े हम तेरे दरबार में ॥

श्री पितर चालीसा (Shri Pitar Chalisa)

है पित्तरेर आपको दे दियो आशीर्वाद, चरणाशीश नवा दियो रख दो सिर पर हाथ।

गुरु दक्षिणा पूजा विधि

गुरु दक्षिणा की परंपरा हिंदू संस्कृति में प्राचीन काल से चली आ रही है। किसी भी व्यक्ति की सफलता में गुरु की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। इसलिए, इस पूजा के जरिए हम अपने गुरु के प्रति सम्मान और कृतज्ञता प्रकट करते हैं।

रंग पंचमी की कथा

रंग पंचमी हिंदू धर्म में विशेष महत्व रखती है और यह पर्व चैत्र माह के कृष्ण पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाता है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, इस दिन देवी-देवता धरती पर आकर भक्तों के साथ होली खेलते हैं और उनकी मनोकामनाओं को पूरा करते हैं।

मासिक शिवरात्रि व्रत कथा

हिंदू धर्म में मासिक शिवरात्रि भगवान शिव को समर्पित एक पवित्र पर्व है। इस दिन भक्तगण शिवलिंग की पूजा और व्रत करते हैं।