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नाम मेरी राधा रानी का जिस जिस ने गाया है(Naam Meri Radha Rani Ka Jis Jis NeGaya Hai)

नाम मेरी राधा रानी का जिस जिस ने गाया है,

बांके बिहारी ने उसे अपना बनाया है,

जय राधे जय राधे जय श्री राधे बोलो जय राधे ॥


नाम मेरी राधा रानी का सदा देता सहारा है,

तू भी एक बार जप ले यह नाम बड़ा प्यारा है,

जय राधे जय राधे जय श्री राधे बोलो जय राधे ॥


राधा राधा नाम वाली फेरी जिसने माला है,

उस पर रीझ गया मेरा मुरली वाला है जय राधे,

जय राधे जय राधे जय श्री राधे बोलो जय राधे ॥


राधा राधा नाम का तो हुआ पागल जमाना है,

प्यारा तीनों लोको से श्री जी का बरसाना है,

जय राधे जय राधे जय श्री राधे बोलो जय राधे ॥


राधा राधा नाम वाली चढ़ गई हमें मस्ती है,

हर्षित' पे कृपा राधा रानी की बरसती है,

जय राधे जय राधे जय श्री राधे बोलो जय राधे ॥

भीष्म को इच्छा मृत्यु का वरदान कैसे मिला?

वेदों के रचयिता वेदव्यास जी ने महाभारत महाकाव्य की रचना की है। इस महाकाव्य में प्रमुख स्तंभ भीष्म पितामह को बताया गया है। हस्तिनापुर के राजा शांतनु का विवाह देवी गंगा से हुआ था।

दादी झुंझुनू बुलाए, मेरा मन हर्षाये (Dadi Jhunjhunu Bulaye Mera Man Harshaye)

दादी झुंझुनू बुलाए,
मेरा मन हर्षाये,

दशहरा-विजयादशमी की पौराणिक कथा

शारदीय नवरात्र के बाद 10वें दिन दशहरे का त्योहार देश भर में बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की दशमी को माता दुर्गा ने महिषासुर का वध किया था और भगवान श्रीराम ने रावण का वध किया था।

जबसे बरसाने में आई, मैं बड़ी मस्ती में हूँ(Jab Se Barsane Me Aayi Main Badi Masti Me Hun)

जबसे बरसाने में आई,
मैं बड़ी मस्ती में हूँ,