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मेरे मन मंदिर में तुम भगवान रहे, मेरे दुःख से तुम कैसे अनजान रहे
जय जय माँ, जय जय माँ । जय जय माँ, जय जय माँ ।
छाती चिर के हनुमान ने, बता दिए श्री राम,
मेरे लखन दुलारे बोल कछु बोल, मत भैया को रुला रे बोल कछु बोल,
मेरे लाडले गणेश प्यारे प्यारे भोले बाबा जी की आँखों के तारे
मेरे कंठ बसो महारानी, ना मैं जानू पूजा तेरी,
मेरे हृदये करो परवेश जी, मेरे काटो सकल कलेश जी ॥
मेरे हनुमान का तो, काम ही निराला है ॥
मेरी चौखट पे चलके आज, चारों धाम आए है,
मेरे घर गणपति जी है आए, मेरे घर गणपति जी है आये,