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मेरी बालाजी सुनेंगे फरियाद(Meri Balaji Sunenge Fariyad)

मेरी बालाजी सुनेंगे फरियाद,

बालाजी ज़रूर सुनेंगे,

अब होगी नैया पार,

अब बनेंगे सारे काम,

अब मौज बहारें साल,

बालाजी ज़रूर सुनेंगे,

मेरी बालाजी सुनेगे फरियाद,

बालाजी ज़रूर सुनेंगे ॥


पार लगावे सबको बाबा,

बाब सबके भाग्य विधाता,

अब कृपा दृष्टि साथ,

अब है चरणों की आस,

श्री राम दुलारे साथ,

बालाजी ज़रूर सुनेंगे,

मेरी बालाजी सुनेगे फरियाद,

बालाजी ज़रूर सुनेंगे ॥


आस है हमको बाबा तेरी,

श्री राम के प्यारे सुनलो मेरी,

सुनो ‘सचिन’ की ये अरदास,

मेरी पूरी करदो आस,

तुम भक्तों के हर दम साथ,

बालाजी ज़रूर सुनेंगे,

मेरी बालाजी सुनेगे फरियाद,

बालाजी ज़रूर सुनेंगे ॥


मेरी बालाजी सुनेंगे फरियाद,

बालाजी ज़रूर सुनेंगे,

अब होगी नैया पार,

अब बनेंगे सारे काम,

अब मौज बहारें साल,

बालाजी ज़रूर सुनेंगे,

मेरी बालाजी सुनेगे फरियाद,

बालाजी ज़रूर सुनेंगे ॥

गुरु बिन घोर अँधेरा संतो (Guru Bina Ghor Andhera Re Santo)

गुरु बिन घोर अँधेरा संतो,
गुरु बिन घोर अँधेरा जी ।

चोला माटी के हे राम (Chola Maati Ke Hai Ram)

चोला माटी के हे राम,
एकर का भरोसा,

जया एकादशी पर क्या न खाएं?

जया एकादशी का उपवास हर वर्ष माघ माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी को रखा जाता है। इस दिन भगवान श्री हरि और मां लक्ष्मी की पूजा आराधना करने की मान्यता है।

लक्ष्मी पंचमी पूजा विधि

लक्ष्मी पंचमी का पर्व विशेष रूप से व्यापारियों के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है। इस दिन विधिवत रूप से माता लक्ष्मी की आराधना करने से धन, वैभव और समृद्धि प्राप्त होती है।

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