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मेरी बालाजी सुनेंगे फरियाद(Meri Balaji Sunenge Fariyad)

मेरी बालाजी सुनेंगे फरियाद,

बालाजी ज़रूर सुनेंगे,

अब होगी नैया पार,

अब बनेंगे सारे काम,

अब मौज बहारें साल,

बालाजी ज़रूर सुनेंगे,

मेरी बालाजी सुनेगे फरियाद,

बालाजी ज़रूर सुनेंगे ॥


पार लगावे सबको बाबा,

बाब सबके भाग्य विधाता,

अब कृपा दृष्टि साथ,

अब है चरणों की आस,

श्री राम दुलारे साथ,

बालाजी ज़रूर सुनेंगे,

मेरी बालाजी सुनेगे फरियाद,

बालाजी ज़रूर सुनेंगे ॥


आस है हमको बाबा तेरी,

श्री राम के प्यारे सुनलो मेरी,

सुनो ‘सचिन’ की ये अरदास,

मेरी पूरी करदो आस,

तुम भक्तों के हर दम साथ,

बालाजी ज़रूर सुनेंगे,

मेरी बालाजी सुनेगे फरियाद,

बालाजी ज़रूर सुनेंगे ॥


मेरी बालाजी सुनेंगे फरियाद,

बालाजी ज़रूर सुनेंगे,

अब होगी नैया पार,

अब बनेंगे सारे काम,

अब मौज बहारें साल,

बालाजी ज़रूर सुनेंगे,

मेरी बालाजी सुनेगे फरियाद,

बालाजी ज़रूर सुनेंगे ॥

रमतो भमतो जाय, आज माँ नो गरबो(Ramto Bhamto Jay Aaj Maa No Garbo)

रमतो भमतो जाय,
आज माँ नो गरबो रमतो जाय,

गृह प्रवेश पूजा विधि

गृह प्रवेश पूजा एक महत्वपूर्ण हिंदू अनुष्ठान है जो नए घर में प्रवेश करने से पहले किया जाता है। आम तौर पर जब व्यक्ति नया घर बनाता है या किसी नए स्थान पर जाता है, तो वहां की नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने के लिए गृह प्रवेश पूजा की जाती है।

हे शेरावाली नजर एक कर दो(Hey Sherawali Nazar Ek Kar Do)

हे शेरावाली नजर एक कर दो
हे मेहरवाली माँ मेहर एक कर दो,

हरियाली अमावस्या : पितरों का आशीर्वाद प्राप्त करने और पर्यावरण संरक्षण का अनोखा पर्व

आज 4 अगस्त यानी रविवार को हरियाली अमावस्या है, ये तिथि भगवान शिव को समर्पित श्रावण मास की एक विशेष तिथि है जो हिंदू धर्म में काफी महत्वपूर्ण मानी जाती है। माना जाता है कि साल के इस समय धरती हरियाली की चादर से ढक जाती है इसलिए श्रावण अमावस्या को हरियाली का त्यौहार कहा जाता है।

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