नवीनतम लेख

अपने रंग रंगलो गजानन (Apne Rang Ranglo Gajanan)

अपने रंग रंगलो गजानन,

दिल तुम्हारा हो गया,

दिल तुम्हारा हो गया देवा,

दिल तुम्हारा हो गया,

कुछ रहा ना मुझ में मेरा,

सब तुम्हारा हो गया,

अपने रंग रंगलों गजानन,

दिल तुम्हारा हो गया ॥


हर तरफ काली घटाएँ,

छाई अँधेरी रात थी,

बिच भंवर डोली थी नैया,

तू किनारा हो गया,

अपने रंग रंगलों गजानन,

दिल तुम्हारा हो गया ॥


हर जपूँ मैं नाम तेरा,

तेरी चोखट मिल जाए,

तुमने रख दिया हाथ सिर पे,

क्या नज़ारा हो गया,

अपने रंग रंगलों गजानन,

दिल तुम्हारा हो गया ॥


सांसो की माला बना के,

अर्पण कर दूँ मैं तुझे,

जबसे देखि सूरत ये तेरी,

जग से प्यारा हो गया,

अपने रंग रंगलों गजानन,

दिल तुम्हारा हो गया ॥


मूषक चढ़ आओ ओ देवा,

मन में दरश की प्यास जगी,

‘अर्चू’ तड़पे है तुम बिन,

जान से प्यारा हो गया,

अपने रंग रंगलों गजानन,

दिल तुम्हारा हो गया ॥


अपने रंग रंगलो गजानन,

दिल तुम्हारा हो गया,

दिल तुम्हारा हो गया देवा,

दिल तुम्हारा हो गया,

कुछ रहा ना मुझ में मेरा,

सब तुम्हारा हो गया,

अपने रंग रंगलों गजानन,

दिल तुम्हारा हो गया ॥


एकादशी व्रत का महत्व

सनातन धर्म में एकादशी व्रत का विशेष महत्व है। एकादशी का व्रत भगवान विष्णु को समर्पित है। बता दें कि साल में कुल 24 एकदशी पड़ती हैं। हर एकादशी का अपना अलग महत्व होता है। ग्यारहवीं तिथि को एकादशी कहते हैं।

आपने अपना बनाया मेहरबानी आपकी (Aapne Apna Banaya Meharbani Aapki)

आपने अपना बनाया मेहरबानी आपकी,
हम तो इस काबिल ही ना थे,

झंडा बजरंग बली का (Jhanda Bajrangbali Ka)

लहर लहर लहराए रे,
झंडा बजरंग बली का,

श्री शिवरामाष्टकस्तोत्रम्

शिवहरे शिवराम सखे प्रभो,त्रिविधताप-निवारण हे विभो।
अज जनेश्वर यादव पाहि मां,शिव हरे विजयं कुरू मे वरम्॥

यह भी जाने