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बाबा मुझे दर्शन दें महाकाल (Baba Mujhe Darshan De Mahakal)

मैं आया उज्जैन महाकाल,

बाबा मुझे दर्शन दे,

दर्शन दे मुझे दर्शन दे,

दर्शन दे मुझे दर्शन दे,

तेरा प्यारा है दरबार,

आज मुझे दर्शन दे ॥


चिंतामण सब चिंता हरते,

मंगलनाथ है मंगल करते,

तेरी उज्जैनी नगरी कमाल,

आज मुझे दर्शन दे,

मैं आया उज्जैन महाकाल,

बाबा मुझे दर्शन दें ॥


काल भैरव से शक्ति मिलती,

हरसिद्धि माँ हर दुःख हरती,

यहाँ राधा के संग गोपाल,

आज मुझे दर्शन दे,

मैं आया उज्जैन महाकाल,

बाबा मुझे दर्शन दें ॥


क्षिप्रा तट उज्जैन विराजे,

कालो के महाकाल निराले,

‘मनीष’ का पकड़ ले हाथ,

आज मुझे दर्शन दे,

मैं आया उज्जैन महाकाल,

बाबा मुझे दर्शन दें ॥


मैं आया उज्जैन महाकाल,

बाबा मुझे दर्शन दे,

दर्शन दे मुझे दर्शन दे,

दर्शन दे मुझे दर्शन दे,

तेरा प्यारा है दरबार,

आज मुझे दर्शन दे ॥

सन्तोषी माता/शुक्रवार की ब्रत कथा (Santhoshi Mata / Sukravaar Ki Vrat Katha

एक नगरमें एक बुढ़ियाके सात पुत्र थे, सातौके विवाह होगए, सुन्दर स्त्री घर में सम्पन्न थीं। बड़े बः पुत्र धंधा करते थे बोटा निठल्ला कुछ नहीं करता था और इस ध्यान में मग्न रहता था कि में बिना किए का खाता हूं।

मेरे शंकर भोले भाले, बेड़ा पार लगाते है(Mere Shankar Bhole Bhale Beda Paar Lagate Hai)

मेरे शंकर भोले भाले,
बेड़ा पार लगाते है,

आज बिरज में होरी रे रसिया: होली भजन (Aaj Biraj Mein Hori Re Rasiya)

आज बिरज में होरी रे रसिया
आज बिरज में होरी रे रसिया ।

Anant Chaturdashi 2024 Special: क्या है 14 गांठ वाले धागे का महत्व

अनंत चतुर्दशी पर बांधें अनंत धागा बांधने से होते हैं चमत्कारी लाभ, जानिए क्या है 14 गांठ वाले धागे का महत्व