नवीनतम लेख

बजरंग बाला बड़ा हो मतवाला (Bajrang Bala Bada Ho Matwala)

बजरंग बाला बड़ा हो मतवाला,

म्हे फेरा थारी माला,

लागो हो मनभावना,

आवो आवो नी,

बालाजी म्हारे आंगणा ॥


सालासर सु दास पधारो,

पूनरासर सु वीर जी,

मेहंदीपुर से घाटे वाला,

खेतोंलाव कपि धीर जी,

बेगा आओ संग में लावो,

सियाराम की जोड़ी,

धोक लगावा,

थारो पाट थरपावा,

चरणों में शीश नवावा,

लागो हो मनभावना,

आवो आवो नी,

बालाजी म्हारे आंगणा ॥


गंगाजल रो कलश भरियो है,

आप पियौ म्हारा बालाजी,

तेल थारे चमेली रो लायो,

आप लगाओ म्हारा बालाजी,

लाल लंगोटा हाथ में घोटा,

रूप बनाज्यो छोटा,

भगत गावे महिमा सुनावे,

चरणों में शीश झुकावे,

लागो हो मनभावना,

आवो आवो नी,

बालाजी म्हारे आंगणा ॥


खीर चूरमा रो भोग बनायो,

थे जिमो म्हारा बालाजी,

पानी नये कुए रो मंगायों,

आप पियो म्हारा बालाजी,

प्रेम पुजारी बाबे म्हारी,

किस्मत ने सवारी,

महिमा गांवा घणा सुख पावा,

चरणों में शीश नवावा,

लागो हो मनभावना,

आवो आवो नी,

बालाजी म्हारे आंगणा ॥


बजरंग बाला बड़ा हो मतवाला,

म्हे फेरा थारी माला,

लागो हो मनभावना,

आवो आवो नी,

बालाजी म्हारे आंगणा ॥

जो सुमिरत सिधि होइ (Jo Sumirat Siddhi Hoi)

जो सुमिरत सिधि होइ गन नायक करिबर बदन ॥
करउ अनुग्रह सोइ बुद्धि रासि सुभ गुन सदन ॥ 1 ॥

एक तमन्ना माँ है मेरी(Ek Tamanna Ma Hai Meri)

एक तमन्ना माँ है मेरी,
दिल में बसा लूँ सूरत तेरी,

आमलकी एकादशी पूजा विधि

फाल्गुन माह की शुक्ल पक्ष की एकादशी पर आमलकी एकादशी का व्रत किया जाता है। इस तिथि पर भगवान विष्णु के साथ-साथ आंवले के पेड़ की पूजा का भी विशेष महत्व है।

राम दशरथ के घर जन्मे (Ram Dashrath Ke Ghar Janme)

राम दशरथ के घर जन्मे,
घराना हो तो ऐसा हो,

यह भी जाने