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बजरंगबली आओ, हनुमान चले आओ (Bajrangbali Aao Hanuman Chale Aao)

बजरंगबली आओ,

हनुमान चले आओ,

माँ अंजनी के प्यारे,

बालाजी आ जाओ ॥


महावीर तुम्हारे हम,

दर्शन अभिलाषी है,

तुम आकर भक्तो को,

प्रभु दरश दिखा जाओ ॥


श्री राम दुलारे हो,

करते हो दया सब पर,

मेरी नाव भवर में है,

मुझे पार लगा जाओ ॥


हमें संकट ने घेरा,

तुम बिन ना कोई मेरा,

बाबा संकट दूर करो,

किरपा बरसा जाओ ॥


श्री राम काज किये,

सबके दुःख हरते हो,

बालाजी मेरे भी,

कष्टों को मिटा जाओ ॥


हम तुम्हे मनाते है,

श्रद्धा से बुलाते है,

भक्तो की विनती पर,

दो ध्यान चले आओ ॥


तुम पर ही भरोसा है,

विश्वास तुम्हारा है,

हम दीनो के बाबा,

तुम भाग्य जगा जाओ ॥


बजरंगबली आओ,

हनुमान चले आओ,

माँ अंजनी के प्यारे,

बालाजी आ जाओ ॥

नैनन में श्याम समाए गयो(Nainan Me Shyam Samay Gayo)

नैनन में श्याम समाए गयो,
मोहे प्रेम का रोग लगाए गयो ।

केतु ग्रह की पूजा विधि

केतु को आध्यात्मिक विकास, मोक्ष और वैराग्य का कारक माना जाता है। केतु ग्रह व्यक्ति के पिछले जन्मों के कर्मों का फल देते हैं। यह व्यक्ति के जीवन में अचानक बदलाव ला सकता हैं, चाहे वह अच्छे हों या बुरे।

मोहे मिठो मिठो, सरजू जी को पानी लागे(Mohe Mitho Mitho Saryu Ji Ko Pani Lage)

सीता राम जी प्यारी राजधानी लागे,
राजधानी लागे,

रवि प्रदोष व्रत शाम में पूजा

हिंदू धर्म में अनेक तीथियां जो बेहद पावन मानी गई है उनमें से ही एक है त्रयोदशी तिथि। यह तिथि भगवान शिव को समर्पित होती है। इस दिन साधक प्रदोष व्रत रखते हैं।

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