नवीनतम लेख

भजमन शंकर भोलेनाथ - भजन (Bhajman Shankar Bholenath)

भजमन शंकर भोलेनाथ,

डमरू मधुर बजाने वाले,

डमरू मधुर बजाने वाले,

डमरू मधुर बजाने वाले,

भजमन शंकर भोलेंनाथ,

डमरू मधुर बजाने वाले ॥


मुक्ति हेतु बसाई काशी,

जहां रहे भोले अविनाशी,

विजया भोग लगाने वाले,

भजमन शंकर भोलेंनाथ,

डमरू मधुर बजाने वाले ॥


कर त्रिशूल पहिरे मृगछाला,

भोला ऐसा दीनदयाला,

बिगड़े काम बनाने वाले,

भजमन शंकर भोलेंनाथ,

डमरू मधुर बजाने वाले ॥


सकल मनोरथ पूरण कारी,

गिरजापति कैलाश बिहारी,

प्रभु महादेव कहाने वाले,

भजमन शंकर भोलेंनाथ,

डमरू मधुर बजाने वाले ॥


जो नित गान प्रभु का गावे,

सब सुख भोग परम पद पावे,

आवागमन छुड़ाने वाले,

भजमन शंकर भोलेंनाथ,

डमरू मधुर बजाने वाले ॥


भजमन शंकर भोलेनाथ,

डमरू मधुर बजाने वाले,

डमरू मधुर बजाने वाले,

डमरू मधुर बजाने वाले,

भजमन शंकर भोलेंनाथ,

डमरू मधुर बजाने वाले ॥


साल का सबसे शुभ दिन कार्तिक पूर्णिमा

हिंदू धर्म में कार्तिक पूर्णिमा का दिन अत्यंत पवित्र और शुभ माना गया है। इस दिन का धार्मिक महत्व बहुत अधिक है और इसे पूजा, पाठ और दान के लिए विशेष रूप से उपयुक्त माना जाता है।

ढोलिडा ढोल रे वगाड़ (Dholida Dhol Re Vagad)

ढोलिडा ढोल रे वागाड़,
मारे हिंच लेवी छे,

वो काला एक बांसुरी वाला (Wo Kala Ek Bansuri Wala)

वो काला एक बांसुरी वाला,
सुध बिसरा गया मोरी रे ।

Shri Batuk Bhairav Chalisa (श्री बटुक भैरव चालीसा)

श्री गणपति, गुरु गौरि पद, प्रेम सहित धरि माथ ।
चालीसा वन्दन करों, श्री शिव भैरवनाथ ॥

यह भी जाने