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चले पवन की चाल, मेरा बजरंगबली (Chale Pawan Ki Chaal Mera Bajrangbali)

लाल लंगोटा हाथ में सोटा,

चले पवन की चाल,

मेरा बजरंगबली ॥


माँ अंजनी का प्यारा है,

राम भगत मतवाला है,

राम भजन में मस्त रहे,

भक्तो का रखवाला है

भूत प्रेत को मार भगावे,

दुष्टो का है काल,

मेरा बजरंगबली ॥


जब जब राम ने हुकुम दिया,

पल में पूरा काम किया,

राम सहारा लेकर के,

पूरा पर्वत उठा दिया,

राम सुमीर कर गढ़ लंका में,

धरा रूप विकराल,

मेरा बजरंगबली ॥


राम तेरे मन वचन में है,

राम तेरे दर्शन में है,

रोम रोम में राम तेरे,

राम तेरे सुमिरन में है,

दर्श करा दे श्रीराम का,

हे अंजनी के लाल,

मेरा बजरंगबली ॥


मंगल और शनिवार के दिन,

तेरी पूजा भारी है,

सालासर मेहंदीपुर में,

तेरी महिमा न्यारी है,

ये ‘लख्खा’ अब तुझे मनाए,

काट मेरे जंजाल,

मेरा बजरंगबली ॥


लाल लंगोटा हाथ में सोटा,

चले पवन की चाल,

मेरा बजरंगबली ॥


कृष्ण कन्हैया बंसी बजैया (Krishna Kanhaiya Bansi Bajaiya)

कृष्ण कन्हैया बंसी बजैया,
नंदलाला घनश्याम रे,

यशोमती मैया से बोले नंदलाला (Yashomati Maiyya Se Bole Nandlala)

यशोमती मैया से बोले नंदलाला
राधा क्यों गोरी मैं क्यों काला ॥

इंदिरा एकादशी की पूजन विधि, शुभ मुहूर्त और महत्व

सनातन धर्म में एकादशी व्रत का विशेष महत्व है, जो भगवान विष्णु को समर्पित है। पूरे साल में 24 एकादशी व्रत रखे जाते हैं, जिनमें से सितंबर माह में दो महत्वपूर्ण एकादशी हैं: परिवर्तिनी एकादशी और इंदिरा एकादशी।

नरसिंह द्वादशी के उपाय

हिन्दू पंचांग के अनुसार, फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की द्वादशी के दिन नरसिंह द्वादशी का पर्व मनाया जाता है जो कि इस साल 10 मार्च 2025, फाल्गुन, शुक्ल द्वादशी को पड़ रहा है।

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