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म्हारी हुंडी स्वीकारो महाराज रे सांवरा गिरधारी (Mari Hundi Swikaro Maharaj Re)

म्हारी हुंडी स्वीकारो महाराज रे,

सांवरा गिरधारी,

म्हाने एक छे थारो आधार रे,

सांवरा गिरधारी,

म्हारी हुण्डी स्वीकारो महाराज रे,

सांवरा गिरधारी ॥


राखि पत प्रहलाद की,

धर नरसिंह अवतार,

खम्भ फाड़ प्रकट भए,

तारयो भूमि को सारो भार रे,

सांवरा गिरधारी,

म्हारी हुण्डी स्वीकारो महाराज रे,

सांवरा गिरधारी ॥


पूंजी गोपी चंदन मेरो,

तुलसी सोने रो हार,

साँचा गहना सांवरा,

म्हारी दौलत छे,

झांझ कड़ताल रे,

सांवरा गिरधारी,

म्हारी हुण्डी स्वीकारो महाराज रे,

सांवरा गिरधारी ॥


राणा जी ने विष दियो,

छल मीरा रे साथ,

प्याला विष अमृत भयो,

राखि भक्ता की जाती लाज रे,

सांवरा गिरधारी,

म्हारी हुण्डी स्वीकारो महाराज रे,

सांवरा गिरधारी ॥


म्हारी हुंडी स्वीकारो महाराज रे,

सांवरा गिरधारी,

म्हाने एक छे थारो आधार रे,

सांवरा गिरधारी,

म्हारी हुण्डी स्वीकारो महाराज रे,

सांवरा गिरधारी ॥

श्री महालक्ष्मी व्रत कथा

(यह व्रत भाद्रपद के शुक्ल पक्ष की अष्टमी को आरम्भ करके आश्विन मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी को समापन किया जाता है।)

काली कमली वाला मेरा यार है - भजन (Kali Kamali Wala Mera Yar Hai)

काली कमली वाला मेरा यार है,
मेरे मन का मोहन तु दिलदार है,

आना गणपति देवा, हमारे घर कीर्तन में (Aana Ganapati Deva Hamare Ghar Kirtan Mein)

आना गणपति देवा,
हमारे घर कीर्तन में,

तेरी माया का ना पाया कोई पार, की लीला तेरी तु ही जाने(Teri Maya Ka Na Paya Koi paar ki Leela Teri Tu Hi Jaane)

तेरी माया का ना पाया कोई पार,
की लीला तेरी तु ही जाने,