नवीनतम लेख

गणपति तेरे चरणों की, पग धूल जो मिल जाए (Ganapati Tere Charno Ki Pag Dhool Jo Mil Jaye)

गणपति तेरे चरणों की,

बप्पा तेरे चरणों की,

पग धूल जो मिल जाए,

सच कहता हूँ गणपति,

तकदीर सम्भल जाए,

गणपति तेरें चरणों की ॥


सुनते है तेरी रेहमत,

दिन रात बरसती है,

इक बूँद जो मिल जाए,

मन की कली खिल जाए,

गणपति तेरें चरणों की ॥


ये मन बड़ा चंचल है,

कैसे तेरा भजन करूँ,

जितना इसे समझाऊं,

उतना ही मचल जाए,

गणपति तेरें चरणों की ॥


नजरो से गिराना ना,

चाहे जो भी सजा देना,

नजरो से जो गिर जाए,

मुश्किल ही संभल पाए,

गणपति तेरें चरणों की ॥


बप्पा इस जीवन की,

बस एक तम्मना है,

तुम सामने हो मेरे,

मेरा दम ही निकल जाए,

गणपति तेरें चरणों की ॥


गणपति तेरे चरणों की,

बप्पा तेरे चरणों की,

पग धूल जो मिल जाए,

सच कहता हूँ गणपति,

तकदीर सम्भल जाए,

गणपति तेरें चरणों की ॥

मार्गशीर्ष पूर्णिमा कब मनाई जा रही

सनातन धर्म में पूर्णिमा तिथि का विशेष महत्व है, और मार्गशीर्ष महीने की पूर्णिमा तिथि को साल की आखिरी पूर्णिमा तिथि होने के कारण इसका महत्व और भी बढ़ जाता है।

बुध त्रयोदशी व्रत कथा

एक समय की बात हे नैमिषारण्य तीर्थ में अनेकों ऋषियों ने सूत जी महाराज से पूछा, हे भगवन! हमें प्रदोष व्रतों में उत्तम बुध प्रदोष के विषय में बताइये। तब सूत जी महाराज ने कहा।

होली से पहले आने वाला होलाष्टक क्या है

एक पौराणिक कथा है जिसके अनुसार जब प्रह्लाद भगवान विष्णु की स्तुति गाने के लिए अपने पिता हिरण्यकश्यप के सामने अड़ गए, तो हिरण्यकश्यप ने भगवान हरि के भक्त प्रह्लाद को आठ दिनों तक यातनाएं दीं।

हमें गुरुदेव तेरा सहारा न मिलता (Hame Gurudev Tera Sahara Na Milata)

हमें गुरुदेव तेरा सहारा न मिलता ।
ये जीवन हमारा दुबारा न खिलता ॥

यह भी जाने