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करता है तू बेड़ा पार (Karta Hai Tu Beda Paar)

कोई जब राह ना पाए,
शरण तेरी आए,
की तुझको मन से मनाए,
करता है तू बेड़ा पार,
करता है तू बेडा पार ॥

बजरंगी है नाम तेरा,
मेहंदीपुर में वास तेरा,
भक्तों से अपने,
तू करता है प्यार,
जब जब कोई सताए,
शरण तेरी आए,
की तुझको मन से मनाए,
करता है तू बेडा पार,
करता है तू बेडा पार ॥

राम का तू पुजारी है,
शिव का तू अवतारी है,
तुझको मनाए,
ये सब संसार,
पाप अधिक बढ़ जाए,
मिटाने तू आए,
की तुझको मन से मनाए,
करता है तू बेडा पार,
करता है तू बेडा पार ॥

तन पे सिंदूरी चोला है,
बाबा मेरा बड़ा भोला है,
सुनता है भक्तों की,
विनती हजार,
जब जब ठोकर खाए,
द्वार तेरे आए,
की तुझको मन से मनाए,
करता है तू बेडा पार,
करता है तू बेडा पार ॥

कोई जब राह ना पाए,
शरण तेरी आए,
की तुझको मन से मनाए,
करता है तू बेड़ा पार,
करता है तू बेडा पार ॥
श्री राधा चालीसा (Shri Radha Chalisa)

श्री राधे वुषभानुजा, भक्तनि प्राणाधार ।
वृन्दाविपिन विहारिणी, प्रानावौ बारम्बार ॥

परदेस जा रहे हो, कैसे जियेंगे हम (Parades Ja Rahe Ho, Kaise Jiyenge Hum)

परदेस जा रहे हो,
कैसे जियेंगे हम,

बजरंगबली आओ, हनुमान चले आओ (Bajrangbali Aao Hanuman Chale Aao)

बजरंगबली आओ,
हनुमान चले आओ,

पितृ पक्ष की पौराणिक कथा

संतान के द्वारा श्राद्धकर्म और पिंडदान आदि करने पर पितरों को तृप्ति मिलती है, और वे अपनी संतानों को धन-धान्य और खुश रहने का आशीर्वाद देते हैं।

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