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करता है तू बेड़ा पार (Karta Hai Tu Beda Paar)

कोई जब राह ना पाए,
शरण तेरी आए,
की तुझको मन से मनाए,
करता है तू बेड़ा पार,
करता है तू बेडा पार ॥

बजरंगी है नाम तेरा,
मेहंदीपुर में वास तेरा,
भक्तों से अपने,
तू करता है प्यार,
जब जब कोई सताए,
शरण तेरी आए,
की तुझको मन से मनाए,
करता है तू बेडा पार,
करता है तू बेडा पार ॥

राम का तू पुजारी है,
शिव का तू अवतारी है,
तुझको मनाए,
ये सब संसार,
पाप अधिक बढ़ जाए,
मिटाने तू आए,
की तुझको मन से मनाए,
करता है तू बेडा पार,
करता है तू बेडा पार ॥

तन पे सिंदूरी चोला है,
बाबा मेरा बड़ा भोला है,
सुनता है भक्तों की,
विनती हजार,
जब जब ठोकर खाए,
द्वार तेरे आए,
की तुझको मन से मनाए,
करता है तू बेडा पार,
करता है तू बेडा पार ॥

कोई जब राह ना पाए,
शरण तेरी आए,
की तुझको मन से मनाए,
करता है तू बेड़ा पार,
करता है तू बेडा पार ॥
गुरु दक्षिणा पूजा विधि

गुरु दक्षिणा की परंपरा हिंदू संस्कृति में प्राचीन काल से चली आ रही है। किसी भी व्यक्ति की सफलता में गुरु की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। इसलिए, इस पूजा के जरिए हम अपने गुरु के प्रति सम्मान और कृतज्ञता प्रकट करते हैं।

बच्छ बारस व्रत कथा (Bachh Baras Vrat Katha)

बच्छ बारस एक महत्वपूर्ण व्रत है जो माताएं अपने पुत्रों की दीर्घायु, स्वास्थ्य और समृद्धि के लिए रखती हैं।

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फरवरी 2025 में इष्टि कब है

इष्टि यज्ञ वैदिक काल के प्रमुख अनुष्ठानों में से एक है। संस्कृत में ‘इष्टि’ का अर्थ ‘प्राप्ति’ या ‘कामना’ होता है। यह यज्ञ विशेष रूप से मनोकामना पूर्ति और जीवन में समृद्धि लाने के उद्देश्य से किया जाता है।

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