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मदन गोपाल शरण तेरी आयो (Madan Gopal Sharan Teri Aayo)

मदन गोपाल शरण तेरी आयो,

चरण कमल की सेवा दीजै,

चेरो करि राखो घर जायो,

मदन गोपाल शरण तेरी आयों ॥


धनि-धनि मात पिता सुत बन्धु,

धनि जननी जिन गोद खिलायो,

मदन गोपाल शरण तेरी आयों ॥


धनि-धनि चरण चलत तीरथ को,

धनि गुरु जिन हरिनाम सुनायो,

मदन गोपाल शरण तेरी आयों ॥


जे नर बिमुख भये गोविन्द सों,

जनम अनेक महा दुःख पायो,

मदन गोपाल शरण तेरी आयों ॥


‘श्री भट्ट’ के प्रभु दियो अभय पद,

यम डरप्यो जब दास कहायो,

मदन गोपाल शरण तेरी आयों ॥


मदन गोपाल शरण तेरी आयो,

चरण कमल की सेवा दीजै,

चेरो करि राखो घर जायो,

मदन गोपाल शरण तेरी आयों ॥

7 अक्टूबर को पड़ रही है उपांग ललिता पंचमी 2024, कौन से हैं पूजा के शुभ मूहूर्त, क्या पूजा विधि और व्रत के लाभ

उपांग ललिता पंचमी एक महत्वपूर्ण हिंदू त्योहार है, जो पंचांग के अनुसार आश्विन मास की शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाता है।

सांवरे को दिल में बसा के तो देखो(Sanware Ko Dil Me Basa Kar To Dekho)

कर्ता करे ना कर सके,
पर गुरु किए सब होये ।

लाली लाली लाल चुनरियाँ (Laali Laali Laal Chunariya)

लाली लाली लाल चुनरियाँ,
कैसे ना माँ को भाए ॥

काहे तेरी अखियों में पानी (Kahe Teri Akhiyo Me Pani)

काहे तेरी अखियों में पानी,
काहें तेरी अखियों में पानी,

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