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मन नो मोरलियो रटे(Man No Moraliyo Rate )

मन नो मोरलियो,

रटे तारु नाम,

म्हारी झोपड़िये,

आवो म्हारा राम,

एक वार आवी पुर,

हईया केरी हाम,

म्हारी झोपड़िये,

आवो म्हारा राम ॥


सूरज उगे ने म्हारी,

उगती रे आशा,

संध्या ढ़ले ने म्हने,

मढ़ती निराशा,

रात दिवस म्हने,

सूझे नहीं काम,

म्हारी झोपड़िये,

आवो म्हारा राम,

मन नो मोरलियों,

रटे तारु नाम,

म्हारी झोपड़िये,

आवो म्हारा राम ॥


आँखड़लिये म्हने,

आंसू दिखाए से,

दर्शन बिन म्हारो,

दिलड़ो डुबाए से,

नहीं रे आवो तो वाला,

जासे म्हारा प्राण,

म्हारी झोपड़िये,

आवो म्हारा राम,

मन नो मोरलियों,

रटे तारु नाम,

म्हारी झोपड़िये,

आवो म्हारा राम ॥


एक वार वाला तारी,

झांकी जो थाए,

आँसुना बिंदुति,

धोऊं थारा पाए,

मांगू सदा थारा,

चरणों मा वास,

म्हारी झोपड़िये,

आवो म्हारा राम,

मन नो मोरलियों,

रटे तारु नाम,

म्हारी झोपड़िये,

आवो म्हारा राम ॥


रघुवीर राम ने,

बहु या छू,

दान शांति नु,

कर दो ने साचु,

सपनो साकार,

करो म्हारा राम,

म्हारी झोपड़िये,

आवो म्हारा राम,

मन नो मोरलियों,

रटे तारु नाम,

म्हारी झोपड़िये,

आवो म्हारा राम ॥


मन नो मोरलियो,

रटे तारु नाम,

म्हारी झोपड़िये,

आवो म्हारा राम,

एक वार आवी पुर,

हईया केरी हाम,

म्हारी झोपड़िये,

आवो म्हारा राम ॥

नटराज स्तुति पाठ

सनातन धर्म में प्रदोष व्रत का विशेष महत्व है। इस दिन भगवान शंकर की पूजा की जाती है। कहा जाता है कि इस व्रत को रखने से घर में खुशहाली आती है। साथ ही सुख और सौभाग्य में वृद्धि होती है।

श्री दुर्गा चालीसा

नमो नमो दुर्गे सुख करनी। नमो नमो दुर्गे दुःख हरनी॥
निरंकार है ज्योति तुम्हारी। तिहूं लोक फैली उजियारी॥

नर्मदा में स्नान के अद्भुत लाभ

भारतीय संस्कृति में नदियों का महत्व बहुत अधिक है, उन्हें मां का दर्जा दिया जाता है। गंगा नदी के प्रति लोगों की आस्था से अधिकतर लोग परिचित हैं। हालांकि, देश भर में खासकर मध्य प्रदेश में नर्मदा नदी का काफी महत्व है। इस बार 4 फरवरी को नर्मदा जयंती मनाई जा रही है।

भगवान श्री चित्रगुप्त जी की आरती (Bhagwan Shri Chitragupta Ji Ki Aarti)

ॐ जय चित्रगुप्त हरे, स्वामी जय चित्रगुप्त हरे ।
भक्तजनों के इच्छित, फलको पूर्ण करे॥

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