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परमात्मा है प्यारे, तेरी आत्मा के अन्दर - भजन (Parmatma Hai Pyare Teri Aatma Ke Andar)

परमात्मा है प्यारे,

तेरी आत्मा के अन्दर ।

अम्बर है एक तारे में,

एक बूँद में समंदर ॥


परमात्मा है प्यारे,

तेरी आत्मा के अन्दर ।

परमात्मा है प्यारे,

तेरी आत्मा के अन्दर ।


इंसान से भी ज़्यादा,

विश्वास में है शक्ति ।

भगवान् बना देगी,

तुझको ही तेरी भक्ति ॥


परमात्मा है प्यारे,

तेरी आत्मा के अन्दर ।


क्यूँ लूट पे जीता है,

क्यूँ पाप कमाता है ।

अपनी ही निगाहों में,

क्यूँ खुद को गिराता है ॥


परमात्मा है प्यारे,

तेरी आत्मा के अन्दर ।


अपनी शक्ति तुम मुझ में भर दो,

मेरी कमजोरी को दूर कर दो ।

दुनिया से मैं बुराई का नाम मिटा दूँ.

जालिम शैतानों को मैं इंसान बना दूँ ॥


मेरी विनती है तुमसे गौरा रानी (Meri Vinti Yahi Hai Gaura Rani)

मेरी विनती है तुमसे गौरा रानी,
शिवजी से हमें जोड़े रखना,

आओ बालाजी, आओं बालाजी (Aao Balaji Aao Balaji)

आओ बालाजी,
आओं बालाजी,

आजा माँ तेनु अखियां उडीकदीयां (Aja Maa Tenu Ankhiyan Udeekdiyan)

आजा माँ तेनु अखियां उडीकदीयां।
अखियां उडीकदीयां, दिल वाजा मारदा॥

बसंत सम्पात 2025: महत्व और अनुष्ठान

रंग पंचमी हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण पर्व है, जिसे होली के पांचवें दिन मनाया जाता है। इसे बसंत महोत्सव के रूप में भी जाना जाता है। इस दिन विशेष रूप से भगवान श्रीकृष्ण और राधा रानी की पूजा करने का महत्व बताया गया है।