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माँ दिल के इतने करीब है तू(Maa Dil Ke Itne Kareeb Hai Tu)

माँ दिल के इतने करीब है तू,

जिधर भी देखूं नज़र तू आए,

जो आँखे बंद करके माँ मैं देखूं,

तू ही तू मैया नज़र है आए,

मां दिल के इतने करीब है तू,

जिधर भी देखूं नज़र तू आए ॥


कोई है राजा है कोई भिखारी,

ये कैसी लीला है माँ तुम्हारी,

किसी को तरसाए एक दाना,

कही पे भंडार तू लगाए,

मां दिल के इतने करीब है तू,

जिधर भी देखूं नज़र तू आए ॥


रोजाना दर पे लगे है मेले,

नसीब वाले तो जय माँ बोले,

कोई माँ लाया है तेरा चोला,

किसी की आँखों में नीर आए,

मां दिल के इतने करीब है तू,

जिधर भी देखूं नज़र तू आए ॥


कोई माँ सोने का हार लाया,

माँ कोई चांदी का छत्र लाया,

किसी ने चुनरी है माँ चढ़ाई,

कोई तो बदहाल दर पे आए,

मां दिल के इतने करीब है तू,

जिधर भी देखूं नज़र तू आए ॥


माँ दिल के इतने करीब है तू,

जिधर भी देखूं नज़र तू आए,

जो आँखे बंद करके माँ मैं देखूं,

तू ही तू मैया नज़र है आए,

मां दिल के इतने करीब है तू,

जिधर भी देखूं नज़र तू आए ॥

गंगा से गंगाजल भरक (Ganga Se Gangajal Bharke)

गंगा से गंगाजल भरके,
काँधे शिव की कावड़ धरके,

हे करुणा मयी राधे, मुझे बस तेरा सहारा है (Hey Karuna Mayi Radhe Mujhe Bas Tera Sahara Hai)

हे करुणा मयी राधे,
मुझे बस तेरा सहारा है,

फाल्गुन अमावस्या पर महाकुंभ का लाभ कैसे लें?

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ मेला अपने अंतिम दिनों में है। 144 साल में बने संयोग में स्नान करने के लिए रोजाना लाखों की संख्या में श्रद्धालु संगम पहुंच रहे हैं। इस कारण ट्रेन और बसों में भी बड़ी संख्या में भीड़ देखने मिल रही है।

Hari Sundar Nand Mukunda Lyrics (हरि सुंदर नंद मुकुंदा)

हरि सुंदर नंद मुकुंदा,
हरि नारायण हरि ॐ

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